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हलद्वानी में दबंग वन तस्कर ने वन दरोगा की पिटाई कर दी और तमंचा तान कर जान से मारने की धमकी दी

हलद्वानी में दबंग वन तस्कर ने वन दरोगा की पिटाई कर दी और तमंचा तान कर जान से मारने की धमकी दी

 हल्द्वानी।

हलद्वानी में दबंग वन तस्कर ने वन दरोगा की पिटाई कर दी और तमंचा तान कर जान से मारने की धमकी दे दी।इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वन तस्करों के हौसले किस कदर बुलंद हैं।

मिली जानकारी अनुसार वाहन में खैर की लकड़ी लेकर जा रहे वन तस्कर ने रोकने पर वन दरोगा की गाड़ी को टक्कर मार दी। आरोपी ने उनसे मारपीट कर तमंचा तान दिया, साथ ही जबरन गेट खुलवाकर भाग गया। बरहैनी रेंज में सोमवार शाम हुई घटना की वन दरोगा ने अब तक लिखित शिकायत नहीं की है।

वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार बरहैनी रेंज का एक गुर्जर लंबे समय से वन तस्करी में लिप्त है। सोमवार देर रात वह अपनी स्कॉपियों में खैर लेकर जंगल से आ रहा था। बरहैनी रेंज के धुलिया गेट पर वनकर्मियों ने गेट नहीं खोला। जब वनकर्मियों ने वाहन चेक कराने के लिए कहा तो वह हाथापाई पर उतर आया। गेट में तैनात वनकर्मियों ने वन दरोगा शेर सिंह बोरा को मौके पर बुलाया। शेर सिंह बोरा अपनी बाइक से मौके पर पहुंचे। वन गुर्जर ने शेर सिंह बोरा से भी हाथापाई शुरू कर दी। उसने अपनी स्कॉपियो से वन दरोगा की बाइक को टक्कर मार दी। इसके बाद वन दरोगा से मारपीट कर और तमंचा तानकर उससे गेट खुलवा लिया। इसके बाद खैर लेकर फरार हो गया। वन दारोगा की ओर से वन रेंजर को सूचना दी गई। हालांकि अब तक पुलिस को तहरीर नहीं दी गई है।

बरहैनी रेंज के रेंजर प्रदीप कुमार असगोला ने मंगलवार को एसएसपी से मुलाकात की। उन्होंने एसएसपी को बरहैनी रेंज की घटना से अवगत कराया, साथ ही आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। एसएसपी पीएन मीणा ने रेंजर से लिखित शिकायत करने को कहा है। वहीं, वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार वन गुजर लंबे समय से खैर तस्करी करता है। दबंग होने के चलते कोई कर्मचारी उसकी शिकायत नहीं करता है। पूर्व में भी वह एक वन दरोगा के साथ मारपीट कर चुका है।

प्रदीप कुमार असगोला, वन क्षेत्राधिकारी बरहैनी ने बताया की वन गुर्जर ने वन दरोगा के साथ मारपीट की। तमंचे के बल पर गेट खुलवाकर अपनी स्कॉपिर्यो ले गया। वन दरोगा की ओर से अभी तक मौखिक शिकायत की गई है।

उमेश तिवारी, डीएफओ तराई केंद्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर ने कहा की वन क्षेत्राधिकारी की ओर से मौखिक शिकायत आई है। शिकायत को दिखाया जा रहा है। वन दरोगा से लिखित शिकायत करने को कहा गया है।

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