जोधपुर। जेल में बंद आसाराम के समर्थकों ने हाई कोर्ट परिसर में वकील विजय साहनी को पीट दिया। विजय आसाराम की पैरवी करने दिल्ली से आए थे। उनकी याचिका पर 18 जनवरी को सुनवाई होनी थी। जानकारी के मुताबिक, हाई कोर्ट में आसाराम के स्वास्थ्य कारणों को लेकर याचिका दायर की गई थी। मारपीट की इस घटना के बाद हाई कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मच गई। इस घटना से वकील भड़क गए। उन्होंने आरोपियों में से एक को पकड़कर कुड़ी थाने के हवाले कर दिया।
राजस्थान हाई कोर्ट ने फर्जी सूचना का अधिकार (आरटीआई) के जवाब के मामले में आसाराम को जमानत दे दी थी। आसाराम के समर्थकों में से एक मारवाह ने 2016 में उनकी जमानत के लिए उनके स्वास्थ्य स्थिति से संबंधित फर्जी आरटीआई जवाब जमा सर्वोच्च न्यायालय में किया था। इसके बाद आसाराम के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इस मामले के सह-आरोपी रविराय मारवाह को पहले ही जमानत मिल चुकी है।
बताया जाता है कि सर्वोच्च न्यायालय में आरटीआई के दस्तावेज मारवाह को गणेश कुमार नाम के शख्स ने दिए थे। गणेश ने ये दस्तावेज आरटीआई का आवेदन देकर जेल से हासिल किए थे। मारवाह ने बाद में इसे शीर्ष अदालत में आसाराम के वकील को सौंप दिया था। बाद में पता चला कि यह दस्तावेज फर्जी हैं। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान जब यह बात सामने आई कि अदालत में पेश स्वास्थ्य प्रमाण पत्र झूठा है तो वह भड़क गई। उसने इस मामले को गंभीरता से लिया। सुप्रीम कोर्ट ने अदालत को गुमराह करने और झूठे साक्ष्य पेश करने के मामले में एफआईआर दर्ज करे के निष्कर्ष दिए। उसने कहा कि इस मामले की गंभीरता से जांच हो। बता दें, आसाराम फिलहाल जेल से बाहर नहीं आ सकेगा। आसाराम इस मामले के अतिरिक्त यौन उत्पीड़न के मामले में जिंदगी की आखिरी सांस तक जेल की सजा भुगत रहा है। कोर्ट ने इस मामले में उसे राहत प्रदान नहीं की है।