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उत्तराखंड सरकार ने प्रतिबंधित पेडियाट्रिक कफ सिरप के खिलाफ कार्रवाई तेज की, देहरादून में औचक निरीक्षण अभियान

केंद्र सरकार द्वारा बच्चों के लिए प्रतिबंधित किए गए कफ सिरप के खिलाफ उत्तराखंड सरकार ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देशों में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग (FDA) की टीमें पूरे प्रदेश में औचक निरीक्षण अभियान चला रही हैं।

इस अभियान के तहत देहरादून क्षेत्र में औषधि विभाग की टीम ने कई मेडिकल स्टोरों और शिशु रोग अस्पतालों के मेडिकल स्टोरों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पेडियाट्रिक कफ सिरप के कई नमूने जब्त किए गए और परीक्षण के लिए राज्य औषधि प्रयोगशाला भेजे गए हैं।

औषधि विभाग के अपर आयुक्त व ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि निरीक्षण में कई मेडिकल स्टोरों पर Dextromethorphan Hydrobromide, Chlorpheniramine Maleate और Phenylephrine Hydrochloride युक्त प्रतिबंधित कफ सिरप पाए गए। इन दवाओं को नियमों के तहत जब्त कर लिया गया है। कुल 06 नमूने फॉर्म-17 में एकत्रित कर परीक्षण के लिए भेजे गए हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि कई स्टोरों पर प्रतिबंधित सिरप उपलब्ध नहीं थे, जो सरकार की कड़ी निगरानी को दर्शाता है। विभाग ने सभी औषधि विक्रेताओं को चेतावनी दी है कि यदि बिना अनुमति या प्रतिबंधित दवाएं पाई गईं तो खाद्य, औषधि एवं प्रसाधन अधिनियम, 1940 के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता प्रदेशवासियों को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण औषधियाँ उपलब्ध कराना है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि औषधि विक्रेताओं और अस्पतालों में निरीक्षण और सैंपलिंग प्रक्रिया को और तेज किया जाए।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि यह अभियान जनस्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है और किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जनता से अपील की गई है कि वे संदिग्ध औषधि की जानकारी तुरंत विभाग को दें।

इस अभियान का नेतृत्व उप औषधि नियंत्रक हेमंत सिंह नेगी कर रहे हैं, जिनके साथ अन्य औषधि निरीक्षक भी तैनात हैं। टीम प्रदेश के सभी जिलों में निरंतर निरीक्षण कर सुरक्षित दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी।