न महिला..न ओबीसी.. पीएम मोदी की पहली पसंद को मिल रहा मौका, कौन बन रहे बीजेपी के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष?

बीजेपी को जल्द ही नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलने वाला है, जिसके लिए केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर का नाम लगभग तय माना जा रहा है।नई दिल्ली: बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का नाम शॉर्टलिस्ट हो जाने की जानकारी है। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पांच देशों की एक हफ्ते से अधिक की यात्रा के बाद स्वदेश वापसी का इंतजार हो रहा था। इसके साथ ही गुरुवार को बीजेपी की आंतरिक चुनाव समिति अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की तारीख घोषित करने वाली है।

बीजेपी सूत्र का कहना है कि एक केंद्रीय मंत्री का नाम पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में लगभग फाइनल हो चुका है, जो पीएम मोदी के भी बेहद करीबी और भरोसेमंद हैं। अभी तक बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर कई तरह की अटकलें चल रही थीं। लेकिन, अब बीजेपी के अंदरूनी सूत्र ने बताया है कि पार्टी को ऐसा नेता राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर मिलने जा रहा है, जो संगठन के आदमी हैं।गुरुवार को तय हो सकती है चुनाव की तारीख ,बीजेपी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर एनबीटी ऑनलाइन से खास बातचीत में बताया है कि गुरुवार शाम को पार्टी के राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी और ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष डॉ के लक्ष्मण की अगुवाई में एक बैठक हो रही है, जिसमें चुनाव तारीख पर औपचारिक मुहर लगेगी। बीजेपी की राष्ट्रीय चुनाव समिति में लोकसभा सांसद संबित पात्रा भी सदस्य हैं और इनकी पार्टी के महासचिव (संगठन) बीएल संतोष के साथ एक बैठक में इसकी तारीख तय होनी है। बीजेपी पदाधिकारी के अनुसार प्रधानमंत्री की विदेश यात्रा का ही इंतजार हो रहा था।मनोहर लाल खट्टर का नाम लगभग तय-सूत्र ,बीजेपी पदाधिकारी के अनुसार केंद्रीय आवास और शहरी मामले और ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना लगभग तय है। उन्होंने कहा कि “90 प्रतिशत खट्टर ही बन रहे हैं।” वह पीएम मोदी के भी भरोसेमंद हैं और संघ (RSS) भी उनके नाम पर सहमत है। एनबीटी ऑनलाइन भी अपने पहले की रिपोर्ट में खट्टर को एक संभावित उम्मीदवार बता चुका है।संघ और बीजेपी में काम करने का लंबा अनुभव,71 वर्षीय हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अभी राज्य की करनाल लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। हरियाणा के रोहतक में जन्मे खट्टर पंजाबी बिरादरी से आते हैं।

2014 में हरियाणा के सीएम बनने से पहले वे बीजेपी के संगठन का ही काम संभाल रहे थे। उससे पहले वे लंबे समय तक आरएसएस के प्रचारक थे। वे 1977 से ही संघ से जुड़ गए और आजीवन अविवाहित रहने का संकल्प लेकर खुद को जन सेवा के लिए समर्पित किया। आरएसएस के प्रचारक के तौर पर उन्होंने 14 साल काम किया और फिर 1994 से इसके राजनीतिक संगठन बीजेपी में सक्रिय हो गए। हरियाणा में ही उन्हें सबसे पहले पीएम मोदी के साथ मिलकर संगठन का काम करने का मौका मिला था।