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देहरादून मेंऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों की लापरवाही: गर्भवती के पेट में छूटी पट्टी, दर्द से तड़पकर गई जान

देहरादून में डॉक्टरों की लापरवाही से एक महिला की मौत हो गई। गर्भवती के ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों ने पट्टी का गोज पेट में ही छोड़ दिया। दर्द से महीनों तड़पने के बाद महिला की मौत हो गई।देहरादून में कथित तौर पर एक निजी अस्पताल की लापरवाही से महिला की मौत हो गई। आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान महिला के पेट में पट्टी का टेप छोड़ दिया गया। इससे उसके शरीर में इन्फेक्शन फैल गया और बाद में उसकी मौत हो गई। गुस्साए परिजनों ने अस्पताल व पुलिस चौकी में हंगामा किया। उधर, स्वास्थ्य विभाग ने जांच रिपोर्ट आने तक उक्त अस्पताल का लाइसेंस निरस्त कर दिया।लक्खीबाग निवासी प्रज्ज्वल पाल समेत अन्य परिजनों ने सोमवार को एक अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। प्रज्ज्वल ने बताया कि बीते जनवरी में उन्होंने अपनी गर्भवती पत्नी को आराघर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। 29 जनवरी को ऑपरेशन के बाद बच्चे की डिलीवरी हुई थी। प्रज्ज्वल का आरोप था कि अब अक्तूबर में उसकी पत्नी के पेट में दर्द उठा।इस पर उसे आराघर स्थित उसी अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टर ने पेट के विशेषज्ञ को दिखाने की बात कही। आनन-फानन में पत्नी को दूसरे निजी अस्पताल में ले गए। यहां जांच में पता लगा कि पत्नी के पेट में इन्फेक्शन है। उसकी सर्जरी कराई गई तो पेट से पट्टी का टेप निकला। इसके बाद बीस अक्तूबर की सुबह तीन बजे पत्नी की मौत हो गई।

प्रज्ज्वल का आरोप है कि आराघर वाले अस्पताल में डिलीवरी के वक्त हुए ऑपरेशन के दौरान टेप छोड़ा गया था। उस अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही से उसकी पत्नी की मौत हुई है। प्रज्ज्वल ने उक्त अस्पताल के खिलाफ पुलिस व सीएमओ को लिखित शिकायत दी है।सीएमओ डॉ. मनोज शर्मा ने बताया कि मामले की जांच को विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम बनाई है। जांच पूरी होने तक, अस्पताल का लाइसेंस निरस्त रहेगा। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी।

आराघर चौकी के प्रभारी नरेंद्र कोटियाल ने बताया कि मामले में तहरीर मिली है पर केस दर्ज नहीं हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की जांच के बाद पुलिस कार्रवाई करेगी। महिला का पोस्टमार्टम कराया है। पीएम रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। देहरादून में डॉक्टरों की लापरवाही से एक महिला की मौत हो गई। गर्भवती के ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों ने पट्टी का गोज पेट में ही छोड़ दिया। दर्द से महीनों तड़पने के बाद महिला की मौत हो गई।

देहरादून में कथित तौर पर एक निजी अस्पताल की लापरवाही से महिला की मौत हो गई। आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान महिला के पेट में पट्टी का टेप छोड़ दिया गया। इससे उसके शरीर में इन्फेक्शन फैल गया और बाद में उसकी मौत हो गई। गुस्साए परिजनों ने अस्पताल व पुलिस चौकी में हंगामा किया। उधर, स्वास्थ्य विभाग ने जांच रिपोर्ट आने तक उक्त अस्पताल का लाइसेंस निरस्त कर दिया।लक्खीबाग निवासी प्रज्ज्वल पाल समेत अन्य परिजनों ने सोमवार को एक अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।

प्रज्ज्वल ने बताया कि बीते जनवरी में उन्होंने अपनी गर्भवती पत्नी को आराघर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। 29 जनवरी को ऑपरेशन के बाद बच्चे की डिलीवरी हुई थी। प्रज्ज्वल का आरोप था कि अब अक्तूबर में उसकी पत्नी के पेट में दर्द उठा।इस पर उसे आराघर स्थित उसी अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टर ने पेट के विशेषज्ञ को दिखाने की बात कही। आनन-फानन में पत्नी को दूसरे निजी अस्पताल में ले गए। यहां जांच में पता लगा कि पत्नी के पेट में इन्फेक्शन है। उसकी सर्जरी कराई गई तो पेट से पट्टी का टेप निकला। इसके बाद बीस अक्तूबर की सुबह तीन बजे पत्नी की मौत हो गई। प्रज्ज्वल का आरोप है कि आराघर वाले अस्पताल में डिलीवरी के वक्त हुए ऑपरेशन के दौरान टेप छोड़ा गया था। उस अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही से उसकी पत्नी की मौत हुई है।

प्रज्ज्वल ने उक्त अस्पताल के खिलाफ पुलिस व सीएमओ को लिखित शिकायत दी है।सीएमओ डॉ. मनोज शर्मा ने बताया कि मामले की जांच को विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम बनाई है। जांच पूरी होने तक, अस्पताल का लाइसेंस निरस्त रहेगा। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी।आराघर चौकी के प्रभारी नरेंद्र कोटियाल ने बताया कि मामले में तहरीर मिली है पर केस दर्ज नहीं हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की जांच के बाद पुलिस कार्रवाई करेगी। महिला का पोस्टमार्टम कराया है। पीएम रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।