देहरादून। श्री धोलेश्वर महादेव मंदिर ग्राम धोलास में आज चार दिवसीय विशेष गुरु पूर्णिमा महोत्सव का शुभारम्भ मंदिर के संस्थापक आचार्य डा. बिपिन जोशी के सानिध्य में विशेष पूजा अर्चना, सत्संग और भजन कीर्तन के साथ किया गया।
इस अवसर पर आचार्य डा. बिपिन जोशी ने कहा की गुरु कोई व्यक्ति नहीं बल्कि एक आध्यात्मिक सत्ता है, जो हमें अंधकार से प्रकाश की और ले जाता है। श्री जोशी ने प्रकृति को ही ईश्वर का साकार रूप बताते हुए पर्यावरण संरक्षण का आहवान किया। उपभोक्तावाद और बाजारवाद के इस दौर में संस्कृति और संस्कारों के पर्यावरण के संरक्षण और संवर्धन पर जोर दिया। उन्होंने गुरु पूर्णिमा की अग्रिम बधाई देते हुए आदर्श जीवन जीने के लिए योग और ध्यान को जीवन पद्धति का, हिस्सा बनाने का आहवान किया।
इस अवसर पर पंडित कमल जोशी और मंडली ने सुमधुर भजनों की प्रस्तुति दी। विशेष आरती के साथ मंदिर परिसर में औषधीय पौधों वेल आंवला, अनार, अमरूद, तिमूर और पुष्प प्रजाति के पौधों का रोपण किया गया।
इस अवसर पर डा. मथुरा दत्त जोशी,भगवती जोशी, आचार्य दीपक कुकरेती, ऑर्गन में महेश ढौंढियाल, पेड़ में नीरज मुंडेपी,ढोलक में अमित कुमार लीला बिष्ट, राधा बिष्ट आदि का विशेष सहयोग रहा।
चार दिवसीय विशेष गुरु पूर्णिमा महोत्सव का शुभारम्भ
