दिवाली की रात खुशियों के साथ-साथ हादसों की खबरें भी सामने आईं। उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में पटाखों से झुलसने के 200 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से कई लोगों को हल्की चोटें आईं, जबकि कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। झुलसे हुए लोगों का इलाज राज्य के अलग-अलग सरकारी और निजी अस्पतालों में चल रहा है।
राज्य के अग्निशमन विभाग के अनुसार, दिवाली की रात आगजनी की 66 घटनाएं दर्ज की गईं। इनमें से अधिकतर मामले देहरादून, हरिद्वार और हल्द्वानी क्षेत्रों से आए हैं। अधिकांश स्थानों पर पटाखों से लगी चिंगारी या शॉर्ट सर्किट को आग की वजह माना जा रहा है।
अधिकारियों के मुताबिक, सभी घटनाओं में समय रहते दमकलकर्मी मौके पर पहुंचे और स्थिति को काबू में किया गया। हालांकि, कुछ स्थानों पर लाखों रुपये की संपत्ति के नुकसान की भी सूचना है।
स्वास्थ्य विभाग ने दिवाली के मौके पर अस्पतालों में विशेष व्यवस्थाएं की थीं। डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की अतिरिक्त टीमें रातभर तैनात रहीं। राज्य सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को आगजनी और हादसों की विस्तृत रिपोर्ट जल्द प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।