उत्तराखंड क्रांति दल के सभी सदस्य, प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी मुजफ्फरनगर स्थित शहीदों की शहादत की 30वीं वर्षी पर स्मारक स्थल पर पहुंचे, एवं उत्तराखंड आंदोलन के शहीदों को नमन करते हुए उनको श्रद्धांजलि अर्पित की ।
शहीद स्थल पर मुख्यमंत्री पुष्पर सिंह धामी के दिये भाषण का “उक्रांद” के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एपी जुयाल ने शहीद स्थल को भूमि दान करने बाले स्वर्गीय, पंडित महावीर शर्मा की मूर्ति स्मारक पर लगाने हेतु शासन के निर्णय को उचित ठहराया और राज्य के मूल मुद्दों को दरकिनार करने का आरोप लगाया।
उक्रांद के केंद्रीय उपाध्यक्ष शांति प्रसाद भट्ट, ने कहा मुख्यमंत्री ने भाषण तो बड़े- बड़े दिये किन्तु वास्तविक स्थिति वर्तमान मे बिल्कुल उलट है, देवभूमि जैसे राज्य मे बहन बेटियाँ के साथ आये दिन हत्या, बलात्कार की घटनाएं आम हो चुकी है। राज्य मे कानून व्यवस्था पूरी तरह दयनीय है, वर्तमान सरकार के मंत्रियो की कार्यशैली और मंशा अपना हित, दल हित ही सर्वोपरि हो चला है। बढ़ती बेरोजगारी, पलायन के साथ भू- कानून, मूल निवास जैसे जनहित के मुद्दों पर धामी सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया, ना हीं लागू करने की मनसा दिख रही है।
देहरादून के महानगर अध्यक्ष विजेंद्र रावत, समाधी स्थल पर शहीदों को नमन करते हुए कहा राज्य का हित क्षेत्रीय दल उक्रांद मे ही सुरक्षित है, अलग राज्य और उत्तराखंड की पहचान की लड़ाई उक्रांद के दल नेताओं ने लड़ी थी, परिणाम स्वरूप पृथक राज्य का गठन हुआ।
वहीं उपाध्यक्ष रामकुमार शंखधर, ने कहा राज्य मे बढ़ते अपराध पर धामी सरकार की कार्यशैली से संदेह पैदा हो रहा है । इस सरकार के शासन मे देवभूमि मे अपराध बढ़े है बहीं राज्य मे आ रहे अतिथि और अपराधियों को लेकर सरकार की कोई नीति अभी तक समझ नही आई। इस कार्यक्रम के दौरान दल के सभी सदस्य उपस्थित रहे।