देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के विभिन्न जनपदों में संचालित विकास योजनाओं, जनकल्याण से जुड़ी परियोजनाओं और आपदा प्रबंधन कार्यों के संचालन के लिए कुल 68.26 करोड़ रुपये की धनराशि अनुमोदित की है।
मुख्यमंत्री ने देहरादून के रायपुर क्षेत्र के तपोवन मंडल में 1.5 किमी आपदा से क्षतिग्रस्त मार्गों के पुनर्निर्माण के लिए ₹ 5.93 करोड़, पित्थूवाला शाखा के तहत एमडीडीए, आईएसबीटी पेयजल हेतु ₹ 3.42 करोड़ और उत्तरकाशी के मोरी विकासखंड के जखोल में बाढ़ सुरक्षा कार्य हेतु ₹ 34 लाख की स्वीकृति प्रदान की।
राज्य योजना के तहत टिहरी गढ़वाल के नरेन्द्रनगर में आगराखाल-कुसरेला मोटर मार्ग के विस्तार हेतु ₹ 3.54 करोड़, कीर्तिनगर-बरियाडगढ़-धौडगी-सौराखाल मार्ग एवं विभिन्न आंतरिक संपर्क मार्गों में पुनर्निर्माण कार्य हेतु ₹ 3.19 करोड़ और अल्मोड़ा के द्वाराहाट क्षेत्र में मोटर मार्ग किमी 115 से 126 तक सुदृढ़ीकरण एवं डामरीकरण कार्य हेतु ₹ 6.53 करोड़ की स्वीकृति दी गई।
पिथौरागढ़ के चण्डाक-बास-आंवलाघाट मोटर मार्ग किमी 31 से 35 तक सुधार एवं डामरीकरण कार्य हेतु ₹ 3.47 करोड़, धारचूला विधानसभा क्षेत्र में बाईपास सड़क और 30 मीटर स्पान सेतु निर्माण हेतु ₹ 16 लाख, और रुडकी उपकारागार में 73 मीटर बाउंड्री वॉल निर्माण हेतु ₹ 48 लाख स्वीकृत किए गए।
वन विभाग के तहत मानव-वन्य जीव संघर्ष के मामलों के भुगतान हेतु वित्तीय वर्ष 2025-26 में ₹ 15.00 करोड़ की धनराशि राज्य आपदा मोचन निधि से जारी करने की भी मंजूरी दी गई।
शैक्षिक और अन्य परियोजनाओं में भी स्वीकृति
पीएनजी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रामनगर में 50 अनुसूचित जाति एवं जनजाति के छात्रों को 3 माह की निःशुल्क कोचिंग के लिए ₹ 25 लाख, पिथौरागढ़ के रालम में हेलिपैड निर्माण हेतु ₹ 99 लाख और नैनीताल के भीमताल में सड़क सुधार कार्य हेतु ₹ 9.35 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई।
मुख्यमंत्री ने देहरादून के एयरपोर्ट थाना क्षेत्र में महाराणा प्रताप चौक से 6 नंबर पुलिया तक सड़क चौड़ीकरण कार्य हेतु ₹ 15.45 करोड़ की योजना को भी मंजूरी दी।
इसके अलावा ऊधम सिंह नगर और रुद्रप्रयाग के विभिन्न मोटर मार्गों तथा सेतु निर्माण और उन्नयन कार्यों के लिए कुल लाखों रुपये की स्वीकृति दी गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इन परियोजनाओं से न केवल सड़क और परिवहन नेटवर्क में सुधार होगा, बल्कि आपदा प्रबंधन, शिक्षा और जनकल्याण के क्षेत्र में भी सकारात्मक बदलाव आएंगे।















