वॉशिंगटन।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जो अपने दूसरे कार्यकाल में दुनिया में कई युद्ध खत्म करवाने का दावा करते रहे हैं, अब खुद जंग के रास्ते पर बढ़ते नजर आ रहे हैं। ट्रंप ने वेनेजुएला पर जल्द ही जमीनी हमले (लैंड स्ट्राइक्स) शुरू करने का ऐलान कर अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी है। हालांकि उन्होंने इन हमलों की तारीख स्पष्ट नहीं की है।
यह ऐलान ऐसे समय में आया है, जब पिछले करीब दो महीनों से अमेरिका और वेनेजुएला के बीच तनाव चरम पर है। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अमेरिका अब वेनेजुएला में अपनी सैन्य कार्रवाई को समुद्र से जमीन तक विस्तारित कर रहा है।
ट्रंप ने क्या कहा?
ट्रंप ने बयान में कहा, “वेनेजुएला में लैंड स्ट्राइक्स शुरू हो रही हैं। हमने समुद्र के रास्ते आने वाली 96 प्रतिशत ड्रग्स को रोक दिया है। हर उस नाव पर कार्रवाई की गई, जो ड्रग्स लेकर आ रही थी। अब हम जमीन से शुरुआत कर रहे हैं। यह ज्यादा आसान है। हम अपने युवाओं और परिवारों को बर्बाद करने वालों को ऐसा नहीं करने देंगे।”
उन्होंने इसे एक बड़ा एस्केलेशन करार दिया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सितंबर से अब तक अमेरिकी बलों ने कैरेबियन सागर में वेनेजुएला की कथित ड्रग तस्करी से जुड़ी नावों और जहाजों पर 20 से अधिक हमले किए हैं। इन कार्रवाइयों में कम से कम 87 लोगों के मारे जाने की खबर है। इसी सप्ताह अमेरिकी स्पेशल फोर्सेज ने वेनेजुएला तट के पास एक बड़ा ऑयल टैंकर भी जब्त किया था।
ट्रंप पिछले कई हफ्तों से वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को लेकर सख्त बयान दे रहे थे। उन्होंने कहा था कि मादुरो के “दिन गिने-चुने हैं” और अमेरिका को “पता है कि बुरे लोग कहां रहते हैं।”
ब्लूमबर्ग और अन्य प्रमुख मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रंप ने यह बयान 12 दिसंबर 2025 को ओवल ऑफिस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान दिया।
व्हाइट हाउस की औपचारिक पुष्टि नहीं
हालांकि व्हाइट हाउस की ओर से अब तक इस बयान को लेकर कोई आधिकारिक प्रेस रिलीज जारी नहीं की गई है, लेकिन कई विश्वसनीय मीडिया संस्थानों ने ट्रंप के बयान को उद्धृत किया है। ट्रंप ने यह भी संकेत दिया कि जमीनी हमले सिर्फ वेनेजुएला तक सीमित नहीं भी रह सकते हैं।
इस बीच वेनेजुएला ने अमेरिकी कार्रवाइयों को “समुद्री डकैती” और खुले आक्रमण की तैयारी करार दिया है। ट्रंप का यह ऐलान दोनों देशों के बीच तनाव को और भड़काने वाला कदम माना जा रहा है, जिससे क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर गंभीर असर पड़ सकता है।















