प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में छठ पूजा को यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल कराने के लिए केंद्र और बिहार सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस वैश्विक स्तर पर मान्यता मिलने से छठ महापर्व की भव्यता और सांस्कृतिक महत्व पूरी दुनिया तक पहुंचेगा।
प्रधानमंत्री ने बताया कि छठ पूजा सूर्य देव की आराधना का अनोखा पर्व है, जिसमें डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। यह पर्व बिहार के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों और विदेशों में भी मनाया जाता है। मोदी ने यह भी याद दिलाया कि कोलकाता की दुर्गा पूजा पहले ही यूनेस्को की सूची में शामिल हो चुकी है, और अब छठ पूजा भी उसी मुकाम तक पहुंचेगी।
सरकार ने इस दिशा में औपचारिक पहल शुरू कर दी है और इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (INTACH) को दस्तावेज तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। भाजपा बिहार अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने प्रधानमंत्री के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि छठ पूजा को जल्द ही अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलेगी।
छठ पूजा को यूनेस्को की सूची में शामिल करने से न केवल बिहार के सांस्कृतिक पर्व को वैश्विक मंच मिलेगा, बल्कि भारतीय सांस्कृतिक विरासत की समृद्धि भी और बढ़ेगी।