हरिद्वार: डंडरियाल विकास एवं सामाजिक कल्याण समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आज गढ़वाल धर्मशाला, हरिद्वार में आयोजित की गई। बैठक में देहरादून, कोटद्वार और दिल्ली से बड़ी संख्या में समिति के सदस्य शामिल हुए। बैठक का उद्देश्य समिति के कार्यों की समीक्षा, संगठन विस्तार और भविष्य की रणनीति पर चर्चा करना रहा।
बैठक की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष गोबिंद डंडरियाल ने की। उन्होंने समिति द्वारा पिछले पांच वर्षों में किए गए सामाजिक, सांस्कृतिक और विकास संबंधी कार्यों की जानकारी दी और बताया कि किस प्रकार समिति ने समाज के हित में उल्लेखनीय प्रयास किए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अक्टूबर माह में समिति का नवीनीकरण किया गया है, जिसमें कार्यकारिणी में कुछ नए सदस्यों को शामिल किया गया।
बैठक के दौरान नए सदस्यों का औपचारिक परिचय कराया गया और हरिद्वार में कुछ नए सदस्यों को विशेष जिम्मेदारियां सौंपी गईं। इन सदस्यों को हरिद्वार क्षेत्र में निवास कर रहे डंडरियाल परिवारों से संपर्क बढ़ाने और उन्हें समिति से जोड़ने का दायित्व दिया गया, ताकि संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत किया जा सके।
बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि समिति की अगली बड़ी बैठक देहरादून में आयोजित की जाएगी। इस बैठक में अधिक से अधिक डंडरियाल बंधुओं को शामिल करने का प्रयास किया जाएगा, जिससे समाज के सभी गांवों और क्षेत्रों से व्यापक सहभागिता सुनिश्चित हो सके।
इस अवसर पर समिति के सदस्यों ने इस बात पर खेद भी व्यक्त किया कि पिछले पांच वर्षों में अपेक्षित स्तर का आपसी जुड़ाव नहीं बन पाया। वक्ताओं ने कहा कि उत्तराखंड में डंडरियाल समाज के 19 से 20 गांव हैं, लेकिन अभी तक सभी गांवों को समिति से पूरी तरह जोड़ा नहीं जा सका है, जबकि अन्य समाजों की संस्थाएं इस दौरान काफी आगे बढ़ चुकी हैं।
बैठक में कोटद्वार से गोबिंद डंडरियाल, महेशानंद डंडरियाल, संतोष डंडरियाल, सी.वी. डंडरियाल और सुरेशानंद डंडरियाल, दिल्ली से महेश डंडरियाल, सुशील डंडरियाल, कांता डंडरियाल, सुभाष डंडरियाल, मोनिका और गोरी डंडरियाल, देहरादून से दिनेश डंडरियाल, निशांत डंडरियाल, सर्वेश्वरी डंडरियाल, राकेश डंडरियाल, राजेंद्र डंडरियाल, अशोक डंडरियाल, अनिल डंडरियाल और रविन्द्र डंडरियाल उपस्थित रहे। वहीं हरिद्वार से बेंदुल और सिरूड गांव के नए डंडरियाल सदस्य भी बैठक में शामिल हुए।
बैठक का समापन समाज को संगठित करने और भविष्य में एकजुट होकर कार्य करने के संकल्प के साथ किया गया।













