नई दिल्ली।
साल 2025 भारतीय सेना के लिए कई मायनों में ऐतिहासिक और अहम साबित हुआ। इस वर्ष सेना ने न केवल सुरक्षा चुनौतियों का प्रभावी जवाब दिया, बल्कि आधुनिकीकरण, स्वदेशीकरण, तकनीकी सशक्तिकरण और अंतरराष्ट्रीय सैन्य सहयोग के क्षेत्र में भी बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं। वर्ष के अंत में भारतीय सेना की 10 प्रमुख उपलब्धियों पर एक नजर—
1. ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के खिलाफ सख्त कार्रवाई
मई 2025 में पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया। इस अभियान में सीमा पार नौ आतंकी शिविर नष्ट किए गए, जिनमें सात शिविर भारतीय सेना और दो भारतीय वायुसेना द्वारा तबाह किए गए। इसके साथ ही LoC के पास दर्जनों आतंकी लॉन्च पैड ध्वस्त किए गए। पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमलों की कोशिशों को भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने पूरी तरह नाकाम किया। 10 मई 2025 को दोनों देशों के DGMO स्तर पर बातचीत के बाद संघर्षविराम पर सहमति बनी।
2. लंबी दूरी की मारक क्षमता में बढ़ोतरी
ब्रह्मोस मिसाइल और पिनाका रॉकेट सिस्टम के क्षेत्र में बड़ी प्रगति हुई।
- 1 दिसंबर 2025 को अंडमान-निकोबार क्षेत्र में एक्सटेंडेड रेंज ब्रह्मोस का सफल लॉन्च किया गया।
- 24 जून 2025 को दो नई पिनाका रेजिमेंट शामिल की गईं।
- 29 दिसंबर 2025 को 120 किमी रेंज वाले पिनाका लॉन्ग रेंज गाइडेड रॉकेट का सफल परीक्षण हुआ।
3. अपाचे हेलीकॉप्टरों की तैनाती
22 जुलाई 2025 को भारतीय सेना को तीन अपाचे AH-64E अटैक हेलीकॉप्टर मिले, बाद में तीन और शामिल किए गए, जिससे सेना की हवाई मारक क्षमता में इजाफा हुआ।
4. नई यूनिट्स: भैरव बटालियन और अश्नी प्लाटून
अक्टूबर 2025 में भैरव लाइट कमांडो बटालियन और अश्नी ड्रोन प्लाटून की योजना को सार्वजनिक किया गया। ये यूनिट्स आधुनिक युद्ध, ड्रोन और लोइटर म्यूनिशन जैसे खतरों से निपटने के लिए तैयार की गई हैं।
5. खरीद और क्षमता निर्माण में बड़ा कदम
- सेना के गोला-बारूद का 91% अब स्वदेशी है।
- करीब 3000 आरपीए, 150 टेथर्ड ड्रोन, स्वार्म ड्रोन, लॉजिस्टिक्स और कामिकेज़ ड्रोन शामिल किए गए।
- रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) ने MALE ड्रोन और काउंटर-UAS सिस्टम को मंजूरी दी।
6. तकनीकी सक्षमता और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन
2025 में एज डेटा सेंटर स्थापित किए गए और कई इन-हाउस सॉफ्टवेयर विकसित हुए, जैसे ‘Equipment Helpline’ और ‘सैनिक यात्री मित्र’ ऐप।
7. सेना कमांडरों का सम्मेलन, जैसलमेर
अक्टूबर 2025 में हुए सम्मेलन में ग्रे-जोन वॉरफेयर, आत्मनिर्भरता, नवाचार और भविष्य के युद्ध सिद्धांतों पर मंथन हुआ।
8. अंतरराष्ट्रीय संयुक्त सैन्य अभ्यास
भारत ने फ्रांस, अमेरिका, थाईलैंड, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, यूके और यूएई के साथ बड़े संयुक्त अभ्यास किए, जिससे सैन्य कूटनीति को मजबूती मिली।
9. रक्षा संवाद और रणनीतिक नेतृत्व
चाणक्य रक्षा संवाद 2025, युवा नेता मंच और प्रमुख सैन्य पॉडकास्ट जैसे मंचों के जरिए रणनीतिक विचारों को साझा किया गया।
10. नवाचार और स्वदेशीकरण
‘इनो-योद्धा 2025-26’ में 89 नवाचार पेश किए गए, जिनमें से 32 को आगे के विकास के लिए चुना गया।
साल 2025 में भारतीय सेना ने ऑपरेशनल मजबूती, तकनीकी आधुनिकीकरण और आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य की दिशा में निर्णायक कदम बढ़ाए। ये उपलब्धियां आने वाले वर्षों में देश की सुरक्षा क्षमता को और मजबूत करने वाली मानी जा रही हैं।















