नई दिल्ली: कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी द्वारा जवाहरलाल नेहरू की विरासत पर केंद्र सरकार के हमलों का आरोप लगाने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को तीखा पलटवार किया। बीजेपी ने कहा कि पाकिस्तान और चीन को भारतीय जमीन पर कब्जा करने देने तथा संविधान में अनुच्छेद 370 लागू करने जैसी “ऐतिहासिक भूलें” नेहरू की विरासत का हिस्सा हैं।
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा:
“नेहरू की विरासत क्या है? पाकिस्तान व चीन को भारतीय क्षेत्र पर कब्जा करने की इजाजत देना, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की सदस्यता का प्रस्ताव चीन के लिए ठुकराना और अनुच्छेद 370 लागू करना—ये सब नेहरू की विरासत का हिस्सा हैं।”
भाटिया ने सोनिया गांधी से इन “ऐतिहासिक भूलों” पर जवाब मांगा।
गौरव भाटिया ने सोनिया गांधी द्वारा उपयोग किए गए शब्द ‘नष्ट’ पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह शब्द उनके बेटे राहुल गांधी पर सबसे अधिक लागू होता है।
भाटिया ने कहा:
“अगर आज भारतीय राजनीति में कोई ‘भस्मासुर’ है तो वह राहुल गांधी हैं।”
उन्होंने आरोप लगाया कि—
- राहुल गांधी ने पहले शरद पवार और उद्धव ठाकरे की पार्टियों को महाराष्ट्र में नुकसान पहुँचाया,
- फिर लोकसभा चुनाव के दौरान आप से गठबंधन करके अरविंद केजरीवाल की पार्टी को नुकसान पहुँचाया,
और अब उत्तर प्रदेश जाकर अखिलेश यादव को “बर्बाद” करने की तैयारी में हैं।
भस्मासुर की कथा का उदाहरण देते हुए भाटिया ने कहा कि ठीक उसी तरह जैसे भस्मासुर अपने ही वरदान का शिकार हुआ, राहुल गांधी भी अपने राजनीतिक कदमों से खुद नुकसान झेलते हैं।
शुक्रवार को जवाहर भवन में नेहरू सेंटर इंडिया के लॉन्च कार्यक्रम में सोनिया गांधी ने कहा था कि:
- सरकार नेहरू की छवि खराब करने की सुनियोजित कोशिश कर रही है,
- यह इतिहास को नए सिरे से लिखने का “घटिया और स्वार्थी प्रयास” है,
नेहरू को एक व्यक्ति के रूप में कमजोर दिखाने और आजादी की लड़ाई में उनकी वैश्विक भूमिका को मिटाने की कोशिश की जा रही है।
सोनिया गांधी और बीजेपी के बीच यह जुबानी जंग एक बार फिर नेहरू की विरासत, भारत की आजादी के इतिहास और वर्तमान राजनीतिक विमर्श को चर्चा के केंद्र में ले आई है। बीजेपी ने जहां नेहरू को “ऐतिहासिक भूलों” का जिम्मेदार बताया, वहीं कांग्रेस ने इसे “राजनीतिक षड्यंत्र” कहा है।














