रुड़की क्षेत्र में भाजपा के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन व निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के विवाद में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सीएम हरीश रावत ने तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, एक बड़बोला बाहुबली, तो दूसरा आधुनिक राजनीति की विषकन्या है। दोनों ही भाजपा के तारणहार हैं।हरीश रावत ने आगे लिखा कि रुड़की में दो चर्चित कलाकारों ने एक-दूसरे को मां-बहन की गालियां देने के साथ बंदूकें लहराई। कानून व्यवस्था का खुला मजाक देश और दुनिया ने देखा। बाहुबली ने 2016 में दल-बदल कर सरकार गिराने का षड्यंत्र किया। दूसरे विषकन्या ने षडयंत्र पूर्वक स्टिंग कर राज्य में राष्ट्रपति शासन थोपने में केंद्र की भाजपा सरकार की मदद की।
रावत का कहना है कि विषकन्या का उपयोग भाजपा के एक धड़े ने पहले खंडूड़ी सरकार उसके बाद निशंक सरकार बदलने के प्रयासों में किया। तथ्यों से सब परिचित हैं। जब कांग्रेस सत्ता में आई तो कांग्रेस के एक धड़े को भी इस विषकन्या की सेवाएं उपलब्ध रही। इस बार यह मालूम नहीं है कि भाजपा के किस धड़े ने इस विषकन्या की सेवाएं ली थी। ऐसा लगता है कि आज की सत्ता के लिए भी इस विषकन्या की कुछ भूमिका और उपयोगिता बनी हुई है अन्यथा एक ही प्रकार के अपराध में एक को जेल भेजा गया जबकि दूसरे को बेल मिल गई।
जो सरेआम पुलिस के अधिकारियों को हड़का रहा। उससे स्पष्ट है कि सत्ता में किसी न किसी का संरक्षण मिल रहा है। सत्ता के आंतरिक खेल पर गहरी नजर रखनी पड़ेगी। भाजपा को इतना याद रखना होगा कि विषकन्या का स्वभाव डसना होता है, वह कभी-कभी दूध पिलाने वाले को भी डस देती है।