लोकसभा चुनाव में नैनीताल-ऊधमसिंह नगर सीट पर भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों के साथ ही उनकी पार्टी के दिग्गजों के प्रदर्शन पर भी सबकी निगाहें थीं। लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी को उनके दिग्गज समग्र जीत दिलाना दूर, अपने बूथों पर भी जीत नहीं दिलवा पाए।
लोकसभा चुनाव में नैनीताल-ऊधमसिंह नगर सीट पर भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों के साथ ही उनकी पार्टी के दिग्गजों के प्रदर्शन पर भी सबकी निगाहें थीं। नतीजे आए तो भाजपा ने जीत की हैट्रिक लगाई। कांग्रेस प्रत्याशी को उनके दिग्गज समग्र जीत दिलाना दूर, अपने बूथों पर भी जीत नहीं दिलवा पाए। विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री को शिकस्त देकर सुर्खियों में आए उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी विधानसभा क्षेत्र और अपने बूथ पर पार्टी प्रत्याशी को बढ़त नहीं दिला सके।
विधानसभा चुनाव में जिले से कांग्रेस के पांच और भाजपा के चार विधायक जीतकर आए थे। विधानसभा चुनाव के ठीक दो साल बाद हुए लोकसभा चुनाव दोनों पार्टियों के विधायकों की पहली परीक्षा थी। युवा चेहरा होने की वजह से कांग्रेस के उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी प्रत्याशी की दौड़ में भी शामिल थे लेकिन टिकट झटकने में प्रकाश जोशी कामयाब हो गए थे। इधर अपने-अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए दोनों दलों के विधायक पूरे जोश के साथ जुटे थे लेकिन जब ईवीएम खुली तो भाजपा विधायकों का प्रदर्शन तो ठीक रहा लेकिन जसपुर विधायक आदेश चौहान को छोड़कर अन्य कांग्रेसी विधायक अपने विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी को जीत नहीं दिलवा सके। अधिकतर विधायकों के बूथों से भी पार्टी प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा।
जिले में सिर्फ नानकमत्ता विधायक गोपाल राणा के बूथ पर पार्टी प्रत्याशी को भाजपा से अधिक वोट मिले। उनके बूथ पर कांग्रेस को 469 और भाजपा को 233 वोट मिले। बाजपुर विधायक/नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य का बूथ हल्द्वानी में हैं, जबकि उनके विधानसभा क्षेत्र में भी पार्टी प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा।