देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को उत्तरकाशी स्थित लो.नि.वि. निरीक्षण भवन परिसर में अयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए सीमान्त गाँवों का विकास कैसे हो विषय पर स्कूली छात्र-छात्राओं, एन०सी०सी० कैडेट्स के साथ संवाद किया। साथ ही उन्होंने महिला स्वयं सहायता समूहों, पूर्व सैनिक संगठन, स्थनीय जनप्रतिनिधियों, व्यापार मंडल, बार एसोसिएशन व अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद एवं भेंट वार्ता की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शौर्य स्थल, उत्तरकाशी के सौंदर्यकरण एवं टीन सेट लगाने की घोषणा की। उन्होंने कहा शौर्य स्थल में प्रतीक्षालय का निर्माण कार्य कराया जाएगा। इस दौरान उन्होंने शहीदों के परिजनों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया। सीमान्त गाँवों का विकास कैसे हो विषय पर स्कूली छात्र-छात्राओं से संवाद के दौरान मुख्यमंत्री धामी के समक्ष सीमांत क्षेत्रों में स्वास्थ्य, शिक्षा, संचार जैसी मूलभूत सुविधाओं के विस्तार पर चर्चा की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज सीमांत गांवों के विकास को प्राथमिकता से लिया जा रहा है। वाइब्रेंट विलेज के तहत सीमांत क्षेत्रों में बसे गांवों को विकसित करने की योजना है। उन्होंने कहा राज्य सरकार, राज्य में सरकारी नौकरियों के साथ युवाओं को स्वरोजगार की ओर भी जोड़ रही है। सीमांत क्षेत्रों में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक होमस्टे खुलें। स्थानिय लोगों को वहीं पर रोजगार मिले, इन नीतियों पर भी कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि लखपति दीदी योजना के तहत महिलाओं को सशक्त बनाने का कार्य किया जा रहा है। उत्तराखंड में सरकार शिक्षा एवं चिकित्सा पर विशेष ध्यान दे रही है। आयुष्मान भारत योजना के तहत लाखों लोगों को मुफ्त में इलाज मिल रहा है। उन्होंने कहा वर्तमान में चार धाम यात्रा गतिमान है। चार धाम यात्रा उत्तराखंड की लाइफ लाइन है। इससे लाखों लोगों को रोजगार मिलता है।