देहरादून में उत्तराखंड लोक विरासत का आयोजन किया जाएगा। इस बाबत आयोजक मंडल की बैठक में निर्णय लिया गया। .बैठक में तय किया कि आगामी नवंबर महीने में 18 और 19 तारीख को उत्तराखंड लोक विरासत का आयोजन किया जाएगा। अभी जगह का चयन नहीं हुआ है। उत्तराखंड लोक विरासत में गढ़वाल और कुमाऊं के कलाकारों की ओर से प्रस्तुति दी जाएगी।
चारधाम अस्प्ताल के निदेशक और वरिष्ठ फिजीशियन डॉ केपी जोशी की ओर से इस साल भी देहरादून में उत्तराखंड लोक विरासत का आयोजन किया जा रहा है।
उत्तराखंड के लोग गायकार नरेंद्र सिंह नेगी और जागर सम्राट पीतम भरतवाण की मौजूदगी में उत्तराखंड लोक विरासत की तैयारियों पर चर्चा की गई। दो दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम में लोक गायकार नरेंद्र सिंह नेगी और प्रीतम भरतवाण अपनी प्रस्तूति देंगे। डॉ केपी जोशी ने बताया कि गढ़वाल और कुमाऊं के ढोल दमाऊ से जुड़े कलाकार कार्यक्रम में अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। वहीं राज्य के अन्य पारंपरिक संस्कृति पर नृत्य करने वाले कलाकार उत्तराखंड लोक विरासत में अपनी प्रस्तुति देंगे। इसके अलावा उत्तराखंड में स्थानीय उत्पादों को लेकर स्टॉल भी लगाए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि दूर दराज के गांव से आने वाले कलाकारों को प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। बताया कि राज्य की पारंपरिक संस्कृति को बढ़ाने के लिए इस तरह का आयोजन पिछले दो साल से लगातार किया जा रहा है। उत्तराखंड लोक विरासत के पीछे मकसद यह है कि दूर दराज के इलाकों में छिपी प्रतिभा को सामने लाकर उन्हें स्व रोजगार से जोड़ा जा सके।
बैठक में लोक गायकर नरेंद्र सिंह नेगी, जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण, गैस्ट्रोसर्जन डॉक्टर विपुल कंडवाल, डॉक्टर सुषमा जोशी डॉक्टर मुकेश गुप्ता आदि मौजूद रहे।