देहरादून। उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड (यूजेवीएनएल) के कर्मचारियों को अब प्रदर्शन के आधार पर प्रोत्साहन राशि मिलेगी। 300 मेगावाट लखवाड़ बहुद्देशीय परियोजना के लिए विशेषज्ञ समूह गठित किए जाने व टीएचडीसी के साथ थर्मल पावर प्रोजेक्ट बनाने के प्रस्ताव को निगम की 121वीं बोर्ड बैठक में मुहर लग गई।
शुक्रवार को यूजेवीएनएल की अध्यक्ष एवं मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में बोर्ड बैठक हुई। बैठक में बाद यूजेवीएनएल के एमडी डॉ. संदीप सिंघल ने बताया कि बोर्ड ने निगम के जलाशयों के निकट स्थित तीन पंप स्टोरेज परियोजनाओं की समावेशी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बनाने के लिए सलाहकार सेवाएं प्राप्त करने को निविदा आमंत्रण पर मुहर लगाई। साथ ही 300 मेगावाट की लखवाड़ बहुउद्देशीय परियोजना हेतु तकनीकी विशेषज्ञ समूह के गठन को भी बोर्ड ने स्वीकृति प्रदान कर दी है।
यूजेवीएन लिमिटेड व टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के संयुक्त उपक्रम की जल विद्युत परियोजनाओं की स्थिति का मूल्यांकन और उपक्रम के जल विद्युत के साथ ही ऊर्जा उत्पादन के अन्य क्षेत्रों की ओर बढ़ने को भी बोर्ड बैठक में मंजूरी मिली।
डॉ. सिंघल ने बताया कि बोर्ड ने कार्मिक हित में भी अहम निर्णय लिए हैं। राज्य चिकित्सा परिषद की अनुशंसा पर जीवनपर्यंत चलने वाली बीमारियों के उपचार पर हुए व्यय की प्रतिपूर्ति के लिए लागू व्यवस्था को सरल कर दिया गया है। ऐसी बीमारियों के लिए राज्य चिकित्सा परिषद से एक बार जारी अनुशंसा को आजीवन मान्य करने के प्रस्ताव पर बैठक में मुहर लगी। निगम कार्मिकों के लिए प्रदर्शन आधारित 8,000 से 25,000 रुपये प्रोत्साहन राशि के प्रस्ताव को भी निदेशक मंडल ने स्वीकृति दी है।
बैठक में सचिव ऊर्जा डॉ. आर मिनाक्षी सुंदरम, स्वतंत्र निदेशक इंदू कुमार पांडे, बीपी पांडे, सीएम वासुदेव, पराग गुप्ता, राजकुमार के साथ ही पूर्णकालिक निदेशक सुरेश बलूनी शामिल हुए।