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अर्जुन की छाल: सर्दियों की सुपर औषधि, दिल से लेकर त्वचा तक करती है कमाल

नई दिल्ली | 11 नवंबर 2025

आयुर्वेद में अर्जुन की छाल को एक ऐसी औषधि माना गया है जो शरीर को भीतर से मजबूत बनाती है और अनेक बीमारियों से बचाव करती है। खासतौर पर सर्दियों के मौसम में इसका सेवन बेहद लाभकारी माना जाता है।

अर्जुन के पेड़ की छाल में एंटी-इस्केमिक, एंटीऑक्सीडेंट, हाइपोलिपिडेमिक और एंटी-थेरोजेनिक गुण पाए जाते हैं। साथ ही इसमें टैनिन, पोटैशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम और अन्य कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो शरीर को रोगों से बचाने में मदद करते हैं।

💓 1. हृदय को मजबूत बनाती है

अर्जुन की छाल का सबसे प्रमुख लाभ हृदय से जुड़ा है।
यह दिल की धड़कन को नियंत्रित करने, ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करती है।
नियमित सेवन से दिल के दौरे (Heart Attack) और कोरोनरी आर्टरी डिजीज जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा कम हो सकता है।

📜 आयुर्वेद में इसे ‘हृदय रक्षक’ कहा गया है।

🩸 2. कोलेस्ट्रॉल स्तर को नियंत्रित करती है

अर्जुन की छाल में मौजूद सक्रिय तत्व LDL (खराब कोलेस्ट्रॉल) को घटाने और HDL (अच्छे कोलेस्ट्रॉल) को बढ़ाने में सहायक होते हैं।
यह ब्लड में ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर भी घटाती है, जिससे हृदय स्वस्थ रहता है और धमनियों में रुकावट का खतरा कम होता है।

🍽️ 3. पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद

अगर आपको अपच, गैस या दस्त की समस्या रहती है, तो अर्जुन की छाल फायदेमंद साबित हो सकती है।
यह पाचन क्रिया को सुधारती है, पेट की दीवारों को मजबूत बनाती है और पेट दर्द जैसी दिक्कतों में राहत देती है।

🦴 4. हड्डियों और जोड़ों को मजबूत बनाती है

अर्जुन की छाल में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण हड्डियों और जोड़ों की सूजन को कम करते हैं।
यह गठिया (Arthritis) और जोड़ों के दर्द जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करती है।

🌸 5. त्वचा रोगों में लाभदायक

अर्जुन की छाल के एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण त्वचा संक्रमण, एक्जिमा, सोरायसिस जैसी बीमारियों में राहत देते हैं।
इसके नियमित सेवन या बाहरी प्रयोग से त्वचा स्वस्थ, चमकदार और संक्रमण-मुक्त रहती है।

☕ कैसे करें सेवन

अर्जुन की छाल का काढ़ा:
एक चम्मच अर्जुन की छाल पाउडर को एक कप पानी में उबालें, जब आधा रह जाए तो छानकर पी लें।

अर्जुन चूर्ण:
रोज सुबह-शाम आधा चम्मच गुनगुने पानी या दूध के साथ लिया जा सकता है।

अर्जुन टी:
मार्केट में उपलब्ध अर्जुन हर्बल टी का उपयोग भी किया जा सकता है।

किसी भी औषधि का नियमित सेवन डॉक्टर या आयुर्वेद विशेषज्ञ की सलाह के बिना न करें, खासकर अगर आप ब्लड प्रेशर या हृदय की दवा ले रहे हैं।

अर्जुन की छाल एक प्राकृतिक हृदय रक्षक और सर्दियों की सुपर औषधि है। यह न सिर्फ दिल को मजबूत रखती है, बल्कि पाचन, हड्डियों और त्वचा के लिए भी बेहद फायदेमंद है।
प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथों में इसे “जीवनदाता वृक्ष” कहा गया है — और इसके गुण आज भी उतने ही प्रभावी हैं जितने सदियों पहले थे।