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बाजपुर, अवैध सम्बंधो को बनाए रखने से मना करने पर नूर हसन ने काटा सावित्री का गला, क्या दिल्ली की साक्षी जैसा है बाजपुर का सावित्री मर्डर केस

पुराने संबंधों को लगातार बनाए रखने के लिए युवती पर बना रहा था दबाव। मकसद में कामयाबी नहीं मिली तो युवती को लगा दिया ठिकाने। आरोपी से हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद हुआ है। थाना बाजपुर पुलिस ने महज 36 घंटों के अंदर युवती की हत्या का खुलासा करते हुए कातिल को ढूंढ निकाला और सलाखों के पीछे भेज दिया। अभियुक्त ने साक्ष्य छुपाने के लिए हर संभव प्रयास किए थे और घटनास्थल पर साक्ष्यों से छेड़छाड़ कर पुलिस को गुमराह करने की भी कोशिश की थी। हत्याकांड के खुलासे में डॉग स्क्वायड कैटी की ने निभाई बड़ी भूमिका।

बीती 29 मई को चौकी प्रभारी दोराहा देवेन्द्र सिंह राजपूत को सूचना प्राप्त हुई की ग्राम कनौरा मे ईदगाह के निकट साबिर हुसैन के गन्ने के खेत मे एक अज्ञात महिला का शव पड़ा है। उक्त सूचना पर प्रभारी निरीक्षक बाजपुर प्रवीण सिंह कोश्यारी मय फोर्स के मौके पर पहुंचें। जहाँ पर पुलिस फोर्स के अतिरिक्त गाँव के स्थानीय लोग भी एकत्र थे। महिला का शव अर्धनग्न अवस्था में था और उसके सिर तथा गले पर चोट के निशान थे। क्षेत्राधिकारी बाजपुर और पुलिस अधीक्षक काशीपुर ने भी घटनास्थल का मुआयना किया। मौके पर महिला के परिजनों द्वारा शव की शिनांख्त सावित्री पत्नी भूप सिंह निवासी- ग्राम कनौरी थाना बाजपुर जिला उधम सिंह नगर उम्र-45 वर्ष के रूप में की। बताया कि सावित्री 28 मई को सुबह घर से काम पर गई थी और वापिस नहीं लौटी। घटनास्थल पर फील्ड यूनिट व डाँग स्क्वाड टीम को बुलाय़ा गया। जिनके द्वारा घटनास्थल के आस पास निरीक्षण कर साक्ष्य संकलन किया गया। महिला उपनिरीक्षक रुचिका चौहान ने मृतक महिला सावित्री के पंचायतनामे की कार्यवाही कर मृतका के शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा। मृतका के पुत्र नरेश की तहरीर के आधार पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आदेश पर पुलिस अधीक्षक काशीपुर ने क्षेत्राधिकारी बाजपुर व प्रभारी निरीक्षक कोतवाली बाजपुर के नेतृत्व में घटना के अनावरण हेतु तत्काल चार टीमों का गठन किया।

विवेचना में जानकारी मिली कि मृतका श्रीमती सावित्री पत्नी भूप सिंह मकान बनाने में ठेकेदार नूरहसन उर्फ नन्हे पुत्र मेंहदी हसन निवासी शिवनगर नगर पालिका सुल्तानपुर पट्टी के साथ पिछले लगभग 8 से 10 वर्षो से साथ मे काम कर रही थी। दोनों के काफी नजदीकी संबंध भी थे, लेकिन विगत कुछ दिनों पूर्व से ही आपसी मनमुटाव के चलते मृतका ने ठेकेदार नूर हसन उपरोक्त के साथ काम करना छोड़ दिया। यह भी जानकारी मिली कि दिंनांक 28 मई को सुबह प्रातः 09 बजे के लगभग सावित्री और ठेकेदार नूर हसन के बीच ग्राम कनौरा मे झगड़ा हुआ था। इस बावत ठेकेदार नूर हसन से प्रारम्भिक पुछताछ की गई तो उसने झगड़ा होने और आपसी मनमुटाव होना के कारणों को पुलिस के समक्ष प्रस्तुत नही किया। और साथ ही साथ स्वयं को घटनास्थल पर होना नहीं बताया। जिस पर विवेचना में उक्त नूर हसन संदिग्ध होना पाया गया। अन्य गवाहों के बयानो और पुछताछ से साथ ही साथ संदिग्ध और मृतका की काँल डिटेल और प्राप्त सीसीटीवी फुटेज से संदिग्ध नूर हसन की संलिप्तता होना प्रतीत हुआ। इस आधार पर संदिग्ध नूर हसन को पुछताछ के लिए बुलाय़ा गया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपने जुर्म का इकबाल करते हुए बताया कि वह मृतका के साथ पिछले काफी समय से रिलेशन में था और पिछले कुछ दिनों से मृतका मुझसे दूर होती जा रही थी जिस कारण उसने योजना बनाकर सावित्री को 28 मई को दोपहर करीब 12.00 बजे कनौरा चौक से अपनी मोटरसाईकिल पर बैठाकर घटनास्थल पर ले गया। सर्वप्रथम उसके साथ मारपीट की और ऊंचे टीले से धक्का दे दिया। जिससे सावित्री देवी बेहोश हो गई और उसने ब्लेड से सावित्री देवी का गला काट दिया और फिर शव को पत्तियों से ढककर अपने घर चला गया। अपने साथ मृतका का मोबाइल फोन व पर्स ले लिया। मारपीट के दौरान मृतका के चप्पल, चूड़ी, कपड़े के टुकड़े, घटनास्थल के पास छुपा दिये। और घटना को दूसरा रुप देने के आशय से मृतका का पायजामा खोल दिया। अभियुकत् द्वारा शातिराना अंदाज मे मृतका के फोन को अपने पास रखकर 29 मई को सुबह 08 बजे तक चलाया और उस पर आ रही सभी इनकिमिंग काँल उठायी और उस पर महिला व बच्चे की आवाज बनाकर लोगों को भ्रमित करते रहा। अभियुक्त को हिरासत पुलिस मे लेकर अभियुक्त की निशानदेही पर बरामद आला कत्ल ब्लेड, मृतका के चप्पल पहनी सूट का टुकड़े, मोबाइल फोन, पर्स जिसमें घर की चाबियां थी, अभियुक्त द्वारा घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल व घटना के समय अभियुक्त द्वारा पहने कपड़े बरामद किये गये।

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