भारतीय जनता पार्टी ने भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (आईएनडीआईए) द्वारा कुछ पत्रकारों के बहिष्कार किए जाने और धमकाए जाने की कड़ी निंदा की है और इसे तानाशाही और नकारात्मक सोच का परिचायक करार दिया है। भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने एक बयान में कहा कि घमंडिया गठबंधन आईएनडीआईए में शामिल घटक दलों द्वारा पत्रकारों के बहिष्कार और उन्हें धमकाने का निर्णय लिया गया निर्णय घोर निंदनीय और भर्त्सनीय है।
घमंडिया गठबंधन में शामिल दलों ने ऐसा निर्णय लेकर अपनी दमनकारी, तानाशाही और नकारात्मक सोच को ही प्रदर्शित किया है। भाजपा आईएनडीआईए के इस दुर्भाग्यपूर्ण कदम की घोर निंदा करती है। बलूनी ने कहा कि भाजपा ऐसी विकृत सोच का घोर विरोध करती है जो विचारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को रोके। घमंडिया गठबंधन में शामिल दलों द्वारा पत्रकारों के बहिष्कार का धृष्टता से एलान उनकी आपातकाल वाली सोच को ही दर्शाता है। हम सब जानते हैं कि अतीत में भी आपातकाल के दौरान इसी तरह से लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया का गला घोंटा गया था। आज भी घमंडिया गठबंधन के दल उसी अराजकवादी और आपातकाल वाली सोच के तहत काम कर रही है। भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख ने कहा कि आईएनडीआईए द्वारा मीडिया को खुलेआम धमकी देना देश की जनता की आवाज को कुचलने की कोशिश जैसा है। इससे ये भी प्रतीत होता है कि घमंडिया दलों में सच का सामना करने की हिम्मत नहीं है।
साथ ही यह भी प्रतीत होता है कि घमंडिया गठबंधन किसी बाहरी दवाब में मीडिया की स्वतंत्रता को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है। देश में लोकतंत्र है किसी को भी प्रेस की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। घमंडिया गठबंधन हताश और निराश है। उन्होंने कहा कि भाजपा मीडिया संस्थानों और अपने कर्तव्य के प्रति समर्पित सभी पत्रकारों से आग्रह करती है
कि आप ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए ऐसी विकृत सोच का विरोध करें। सभी पत्रकार साथी घमंडिया गठबंधन के दलों की ऐसी तानाशाही मानसिकता के आगे बिलकुल न डरते हुए बिना भय और पक्षपात के उच्च भारतीय मूल्यों का पालन करते हुए ऐसी निकृष्ट सोच का बहिष्कार करें।