कुमाऊं की 29 सीटों में से कांग्रेस भी अधिकांश सीटें जीतने की हरसंभव जुगत में लगी है। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत भी कुमाऊं की लालकुआं सीट से ताल ठोके हुए हैं। वह प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस के सबसे बड़े स्टार प्रचारक हैं। इसके साथ ही तीन कार्यकारिणी अध्यक्षों में किच्छा से तिलकराज बेहड़, सल्ट से रणजीत रावत और खटीमा की वीवीआइपी सीट से भुवन कापड़ी की प्रतिष्ठा दांव पर है। पार्टी ने इन्हें बड़ा ओहदा दिया है, ताकि इनकी साख भुनाई जा सके। अब यह स्थिति मिशन-2022 के लिए अब इन दिग्गजों के लिए दोहरी चुनौती है। इसके साथ ही इन दोनों नेताओं के सामने बगावत व भीतरघात की भी स्थिति है। भाजपा काफी हद तक बगावत शांत करने में कामयाब दिख रही है, लेकिन भीतरघात भी चुनौती बनी हुई है। यही स्थिति कांग्रेस के लिए अधिक चुनौतीपूर्ण है। इन दिग्गजों के सामने इस तरह के माहौल को शांत करने की भी बड़ी जिम्मेदारी है।