धामी के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव में भाजपा दो-तिहाई बहुमत प्राप्त कर लगातार दूसरी बार सत्ता तक पहुंची, लेकिन वह स्वयं खटीमा सीट से चुनाव हार गए। उत्तराखंड में यह पहली बार हुआ है कि जब किसी मुख्यमंत्री को लगातार दूसरा अवसर दिया गया।सोमवार को भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद राज्यपाल को इस बारे में अवगत कराया गया। साथ ही धामी के नेतृत्व में नई सरकार के मंत्रिमंडल के गठन का अनुरोध पत्र सौंपा गया।
पुष्कर सिंह धामी तीसरी व चौथी विधानसभा में ऊधमसिंह नगर की खटीमा सीट से विधायक रहे हैं, लेकिन इस बार इसी सीट से कांग्रेस के भुवन कापड़ी के हाथों उन्हें हार का सामना करना पड़ा। भाजपा ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि सत्ता में आने की स्थिति में धामी को ही मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले धामी को मुख्यमंत्री के रूप में छह महीने का कार्यकाल मिला था। धामी उत्तराखंड में अब तक के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री हैं। धामी पिछले वर्ष चार जुलाई को तीरथ सिंह रावत के स्थान पर उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री बने थे।