देवभूमि उद्यमिता योजना से युवा और महिलाएं बन रहीं हैं सफल उद्यमी

उत्तराखंड सरकार विभिन्न योजनाओं जैसे महिला उद्यमी विशेष प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना, और देवभूमि उद्यमिता योजना के माध्यम से महिलाओं के उद्यमिता विकास और आर्थिक सशक्तिकरण के लिए काम कर रही है. उत्तराखंड राज्य महिला उधमिता परिषद की उपाध्यक्ष श्रीमती विनोद उनियाल ने महिला पत्रकारों से हुई एक मुलाकात में राज्य की महिलाओं की दशा और दिशा पर बातचीत करते हुए कहा की इन योजनाओं का उद्देश्य महिलाओं को उद्यमिता में प्रशिक्षण, पूंजी और बाजार से जोड़कर उनके स्वरोजगार को बढ़ावा देना है, जिससे वे लखपति बन सकें और राज्य के विकास में योगदान दे सकें.

इन योजनाओं का उद्देश्य महिला उद्यमियों को सूक्ष्म और लघु उद्यमों में पर्याप्त भागीदारी सुनिश्चित करने और उनके आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए है.

उन्होंने कहा की ग्रामीण उद्यमियों और महिलाओं को उनकी उद्यमी यात्रा के विभिन्न चरणों में आवश्यक सहायता और समर्थन प्रदान करना ही इन योजनाओं का मुख्य कार्य है

देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत छात्रों और युवाओं को उद्यमिता के लाभों से परिचित कराया जाता है और उनके बीच उद्यमिता व स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जाता है.

श्रीमती उनियाल ने कहा की सरकार स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए हमेशा तत्पर रहती है स्वरोजगार के क्षेत्र में महिलाओं और युवाओं के लिए नए अवसर पैदा कर रही है, जिससे प्रदेश में एक लाख से अधिक महिलाएं लखपति बन चुकी हैं.
प्रशिक्षण और कौशल विकास के जरिए महिलाओं को उद्यमिता का नि:शुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है, जिससे वे अपना उद्यम स्थापित कर सकें.

इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमी महिलाओं के उत्पादन को बाजार उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे उनके व्यवसाय को बढ़ावा मिल सके.
गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) को महिला उद्यमियों को प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के लिए अनुदान प्रदान किया जाता है, ताकि वे अपने उद्यमों को सफल बना सकें.

ग्रामीण उद्यमिता विकास को बढ़ाने के लिए रीप (REAP) जैसी परियोजनाओं के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में हस्तशिल्प, खाद्य प्रसंस्करण, शहद उत्पादन और अन्य लघु कुटीर उद्योगों को बढ़ावा दिया जा रहा है. इतना ही नहीं
अब महिला उद्यमी फूड प्रोसेसिंग, वस्त्र उद्योग, ऊन और धागा, घर के सजावटी सामान, फर्नीचर, और कृषि उपकरणों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में कारोबार कर रही हैं.

श्रीमती उनियाल ने कहा की महिला उद्यमियों की भागीदारी से ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार हो रहा है और वे अन्य महिलाओं को भी रोजगार दे रही हैं. उन्होंने कहा की प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महिलाओं के लिए कई अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं की भी शुरुआत की है जिससे महिलाओं को काफी फायदा हो रहा है

उत्तराखंड सरकार राज्य की महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिये कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही हैं लखपति दीदी, शिक्षा, स्वास्थ्य, वित्तीय सहायता, कौशल विकास ,सहकारिता और महिला स्वयं सहायता समूह के जरिए महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही है… अब तक हमारी सरकार द्वारा 5000 से अधिक महिला स्वयं सहायता समूह को 5 लाख तक तक का बिना ब्याज का ऋण उपलब्ध कराया गया है.. उत्तराखंड सरकार द्वारा महिला उद्यमियों को विशेष प्रोत्साहन योजना के तहत उद्योग स्थापित करने के लिया ऋण दिया जा रहा है जिसमें 20 से लेकर 25 फीसद तक सब्सिडी का प्रावधान भी है .राज्य के उत्पादों को राष्ट्रीय और अंत्रराष्ट्रीय स्तर पर बाजार उपलब्ध कराने के लिए हम प्रतिबद्ध है इन योजनाओं का उद्देश्य महिलाओं को उद्यमिता में प्रशिक्षण, पूंजी और बाजार से जोड़कर उनके स्वरोजगार को बढ़ावा देना है