Advertisement

उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदला, पहाड़ों में बर्फबारी, मैदानी इलाकों में चटख धूप – सेहत पर पड़ रहा असर

देहरादून, 14 अक्टूबर।

उत्तराखंड में मौसम ने अचानक करवट ली है। राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में हुई बर्फबारी ने तापमान में भारी गिरावट ला दी है, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में जबरदस्त ठिठुरन महसूस की जा रही है। वहीं, मैदानी इलाकों में दिन के समय चटख धूप से गर्मी बढ़ गई है, जबकि सुबह और शाम को ठंडी हवाओं के कारण हल्की सर्दी का अहसास हो रहा है।

इस मौसमीय उतार-चढ़ाव का सीधा असर लोगों की सेहत पर देखने को मिल रहा है। खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों में खांसी, जुकाम और वायरल बुखार जैसी बीमारियों के मामले तेजी से बढ़े हैं। देहरादून स्थित दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल की मेडिसिन ओपीडी में वायरल लक्षणों वाले मरीजों की संख्या में इजाफा दर्ज किया गया है।

राज्य में दिन और रात के तापमान में काफी अंतर देखने को मिल रहा है। देहरादून का अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 17 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। सोमवार को पंतनगर का तापमान 31.8°C (अधिकतम) और 17.3°C (न्यूनतम), मुक्तेश्वर में 20.6°C (अधिकतम) और 19.9°C (न्यूनतम) तथा नई टिहरी में अधिकतम 22.7°C और न्यूनतम 10.3°C दर्ज किया गया।

जैसे-जैसे मौसम साफ हो रहा है, वैसे-वैसे चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। कपाट बंद होने से पहले देशभर से श्रद्धालु दर्शन के लिए धामों का रुख कर रहे हैं।

उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित प्रसिद्ध फूलों की घाटी भी इन दिनों बर्फ की सफेद चादर में ढकी हुई है। यहां हिमपात ने घाटी को और भी आकर्षक बना दिया है, जिससे पर्यटक बर्फ के साथ-साथ रंग-बिरंगे फूलों का भी आनंद ले रहे हैं। हालांकि, 31 अक्टूबर को घाटी पर्यटकों के लिए बंद कर दी जाएगी।

मौसम के इस बदलाव को देखते हुए विशेषज्ञ लोगों को सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं। खासकर बच्चों को गर्म कपड़े पहनाने, साफ-सफाई बनाए रखने और भीड़-भाड़ वाले इलाकों से बचने की हिदायत दी जा रही है। दिन और रात के तापमान में अधिक अंतर के कारण वायरल संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है।