मौजूदा स्थिति यह है कि इन झोपडिय़ों में रह रहे परिवार खुले आसमान के नीचे आ गए। अनाज, बिस्तर, कपड़े आदि सब कुछ जलने के कारण श्रमिक परिवारों के सामने भरण पोषण और रात बिताने की समस्या खड़ी हो गई है। आग से अवधेश, देवेश, सूरज, ललकू, ज्ञानेश्वर, शंकर, अशोक, अनिरुद्ध, कुलदीप, प्रमोद आदि बुरी तरह प्रभावित हुए।घटना के बाद कई परिवार राख में से सामान तलाशने की कोशिश में लगे रहे, जो कम जला था। बच्चे खिलौने, किताबें आदि जलने से मायूस नजर आए। विधायक सहदेव सिंह पुंडीर ने मौके पर जाकर पीडि़तों से बात की और मदद का आश्वासन दिया।उप जिलाधिकारी विनोद कुमार ने पीडि़त परिवारों को मंदिर में शिफ्ट कराकर खाने की व्यवस्था कराई है। अग्निशमन अधिकारी रमेश चंद के अनुसार आग खाना बनाते समय उठी चिंगारी के कारण लगने की बात सामने आयी है।