पंजीकरण व्यवस्था में बड़ा बदलाव यह देखा गया है कि इस बार श्रद्धालुओं को मोबाइल पर ही उनकी पंजीकरण डिटेल और क्यूआर कोड उपलब्ध हो जाएगा। जो श्रद्धालु मोबाइल के जरिये पंजीकरण कराने में सक्षम नहीं है, उनके लिए पंजीकरण केंद्र खोले गए हैं। यहां क्यूसेक और कर्मचारियों के जरिये यह कार्य पूरा कराया जा रहा है।पंजीकरण कराने के बाद श्रद्धालुओं को हैंड बैंड दिया जा रहा है। जिस पर क्यूआर कोड उपलब्ध है। जिसकी यात्रा मार्ग पर कहीं भी जांच की जा सकती है। पर्यटन विभाग की ओर से पंजीकरण संबंधी जितना डाटा एकत्र हो रहा है उसे संबंधित जिलाधिकारी और एसएसपी को भी उपलब्ध कराया जा रहा है।