केंद्रीय पर्यटन सचिव ने राज्य में पर्यटन से संबंधित प्रशिक्षण बढ़ाने पर जोर दिया। साथ ही इस संबंध में प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। राज्य होटल मैनेजमेंट संस्थान को केंद्रीय होटल मैनेजमेंट संस्थान में परिवर्तित करने की मांग के संबंध में भी प्रस्ताव पर्यटन मंत्रालय को भिजवाने को कहा। साथ ही राज्य में पर्यटन व तीर्थाटन के प्रचार-प्रसार, मेलों-त्योहारों के लिए दी जाने वाली धनराशि में बढ़ोतरी के प्रस्तावों पर सकारात्मक कार्रवाई की बात कही।इससे पहले समीक्षा बैठक में अपर विभागाध्यक्ष एवं अपर निदेशक उत्तराखंड पर्यटन पूनम चंद ने राज्य में चल रही केंद्रीय योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रसाद योजना के अंतर्गत केदारनाथ यात्रा मार्ग पर 33.77 करोड़ रुपये की लागत से पार्किंग, म्यूजियम समेत अन्य कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं। बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान के अनुरूप कार्य किए जा रहे हैं। टूरिस्ट अराइवल प्लाजा के लिए निविदा भी हो गई है।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि यात्री सुविधाओं के विकास के मद्देनजर गंगोत्री व यमुनोत्री धामों के लिए 54.34 करोड़ रुपये की राशि मिली है। उन्होंने बताया कि स्वदेश दर्शन योजना में टिहरी झील व उसके आसपास के क्षेत्र में पर्यटन सुविधाओं के विकास और हैरिटेज सर्किट बैजनाथ-देवीधूरा-जागेश्वर-कटारमल के अंतर्गत पार्किंग समेत अन्य कार्य पूर्ण करा लिए गए हैं। उन्होंने राज्य में पर्यटन संबंधी प्रशिक्षण, मेलों की धनराशि में बढ़ोतरी समेत अन्य मांगें भी रखीं।