शिक्षा मंत्री ने कहा कि गूलरभोज और नानकमत्ता जलाशय में सी-प्लेन उतारने की योजना को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। बीते दिनों राज्य सरकार से प्रस्ताव तैयार करके केंद्र सरकार को भिजवाया था। सी-प्लेन इन जलाशयों में उतारे जाने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और आसपास रोजगार का विकास होगा। उन्होंने कहा कि इस योजना का संचालन पीपीपी मोड पर होगा। जल्द ही इसके लिए उत्तराखंड सरकार कार्यदाई संस्था से अनुबंध करेगी। तराई के लोगों के लिए यह स्थान गोवा, नैनीताल और मंसूरी के समान पर्यटन स्थल होंगे।अरविंद पांडे ने कहा कि कई बार कनेक्टिविटी के दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, लेकिन गूलरभोज और नानकमत्ता तक आवागमन के सभी साधन सुलभ हैं। यह पर्यटन स्थल आम लोगों की पहुंच में भी होंगे। हम उत्तर भारत में पहली बार कहीं सी प्लेन उतारे जाने की योजना को मंजूरी मिली है। उन्होंने कहा कि जल्द ही सरकार इन जलाशयों के आसपास सुविधाओं को सुलभ करेगी।