देहरादून, 17 अक्टूबर 2025 —
दीपावली नजदीक है और बाजारों में मिठाइयों की मांग तेजी से बढ़ रही है। लेकिन इसी बीच उत्तराखंड सरकार ने मिलावटखोरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अगुवाई में प्रदेशभर में खाद्य सुरक्षा अभियान तेज़ कर दिया गया है।
सरकार का साफ संदेश है — “मिलावट पर जीरो टॉलरेंस।” स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत और खाद्य सुरक्षा विभाग के अफसरों को हर जिले में सख्त निगरानी और कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।
- स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार और खाद्य सुरक्षा आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी के निर्देशन में पूरे राज्य में छापेमारी चल रही है।
- विशेष टीमों को संवेदनशील क्षेत्रों में भेजा गया है, जहां मिठाई या मावा की मिलावट की शिकायतें पहले से मौजूद हैं।
- राज्य की सीमाओं पर खास निगरानी रखी जा रही है ताकि बाहरी राज्यों से कोई मिलावटी मिठाई या मावा उत्तराखंड में न घुस सके।
देहरादून में हर्रावाला, मोहकमपुर, हरिद्वार रोड और सहसपुर जैसे क्षेत्रों में छापेमारी की गई। कलाकंद, घी और दूध के 10 नमूने लिए गए और उन्हें जांच के लिए भेजा गया है।
थाना बुग्गावाला के पास अमानतगढ़ में पुलिस और खाद्य विभाग की टीम ने एक वाहन को पकड़ा, जिसमें करीब 10 क्विंटल मावा था। यह मावा मुज़फ्फरनगर से देहरादून सप्लाई किया जा रहा था। वाहन चालक आरिफ और मावा मालिक छुट्टन लाल प्रमोद कुमार से पूछताछ जारी है।
एक वाहन से बिना किसी ठंडी व्यवस्था के 10 लीटर मावा बरामद किया गया। मावा गंदे हालात में तैयार किया गया था। मौके पर ही मावा नष्ट कर दिया गया और मामला जांच में है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी:
“हम चाहते हैं कि दीपावली पर हर नागरिक को शुद्ध और सुरक्षित मिठाई मिले। जो मिलावट करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।”
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत:
“त्योहार के मौसम में दूध, मावा और मिठाइयों की मांग बढ़ती है, इसलिए मिलावट का खतरा भी बढ़ जाता है। हमने सभी अफसरों को तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए हैं।”
सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार:
“हर जिले से रोज रिपोर्ट ली जा रही है। सभी जगह सैंपलिंग और जांच चल रही है। किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
उपभोक्ताओं के लिए सुझाव:
- सस्ती और खुली मिठाइयों से बचें
- मिठाई खरीदते समय एक्सपायरी डेट, पैकेजिंग और ब्रांड जरूर देखें
- संदिग्ध मिठाई दिखे तो नजदीकी खाद्य सुरक्षा अधिकारी को जानकारी दें
दीपावली जैसे त्योहारों पर जहां मिठास जरूरी है, वहीं मिलावट से सतर्क रहना भी उतना ही जरूरी है। उत्तराखंड सरकार का सख्त अभियान न सिर्फ जनता की सेहत की रक्षा कर रहा है, बल्कि मिलावटखोरों को करारा जवाब भी दे रहा है