नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत की यात्रा पर पहुंचने वाले हैं और उनकी इस हाई-प्रोफाइल विज़िट को लेकर दिल्ली में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं। पुतिन दुनिया के सबसे शक्तिशाली नेताओं में गिने जाते हैं और इसी कारण उनका सुरक्षा बेड़ा और उनका विमान पूरी दुनिया में सबसे उन्नत और सुरक्षित माना जाता है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जिस विमान से भारत पहुंचेंगे, वह अपने आप में एक उड़ता हुआ किला है।
यह विमान Ilyushin Il-96-300PU का विशेष रूप से मॉडिफाइड संस्करण है, जिसे दुनिया में ‘फ्लाइंग क्रेमलिन’ के नाम से जाना जाता है।
विमान की खासियतें
- लंबी दूरी का चार इंजन वाला मॉडर्न एयरक्राफ्ट
- अंदर से किसी शाही महल या उच्च-स्तरीय सरकारी कार्यालय जैसा
- राष्ट्रपति के लिए फुली-सुसज्जित ऑफिस
- सुरक्षित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग वाला बड़ा मीटिंग रूम
- मास्टर बेडरूम, जिम और हाई-टेक मेडिकल यूनिट
- परमाणु हमले की स्थिति में भी काम करने वाली न्यूक्लियर कमांड प्रणाली
रिपोर्ट्स के मुताबिक, फ्लाइंग क्रेमलिन पर किए गए मिसाइल हमले भी बेअसर माने जाते हैं।
विमान में लगाए गए अत्याधुनिक सुरक्षा फीचर्स:
- कम्युनिकेशन जैमिंग सिस्टम
- मिसाइल-रोधी तकनीक
- इलेक्ट्रॉनिक काउंटरमेजर्स
- हाई-लेवल ग्लास कॉकपिट और मल्टी-फंक्शन डिस्प्ले
तकनीकी क्षमता
- लंबाई: लगभग 55 मीटर
- विंगस्पैन: 60 मीटर
- अधिकतम टेकऑफ़ वज़न: 250 टन
- अधिकतम गति: मैक 0.84
- एक बार में उड़ान दूरी: लगभग 11,000 किलोमीटर
पुतिन का पूरा विमानन बेड़ा स्पेशल एयर डिटैचमेंट ऑपरेट करता है, जो सीधे राष्ट्रपति कार्यालय के अधीन काम करता है। यह फ्लीट न केवल राष्ट्रपति और शीर्ष अधिकारियों को दुनिया भर में ले जाता है, बल्कि रूस की शक्ति और तकनीकी सामर्थ्य का भी प्रतीक है।
पुतिन की यात्रा को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं।
हवाई अड्डे से लेकर बैठक स्थलों तक बहु-स्तरीय सुरक्षा घेरे बनाए जा रहे हैं।














