बांग्लादेश में 13वें संसदीय चुनाव की आधिकारिक तारीख का ऐलान कर दिया गया है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त एएमएम नासिर उद्दीन ने गुरुवार को घोषणा की कि देश में आम चुनाव 12 फरवरी 2026 को आयोजित किए जाएंगे। मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद उसी दिन मतगणना की जाएगी और चुनाव परिणाम भी उसी दिन घोषित किए जाएंगे।
यह चुनाव बांग्लादेश के राजनीतिक इतिहास का एक महत्वपूर्ण मोड़ माना जा रहा है, क्योंकि यह अगस्त 2024 में हुए छात्रों के नेतृत्व वाले हिंसक प्रदर्शनों और उसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद होने वाला पहला आम चुनाव है। हसीना सरकार के पतन के बाद देश में एक अंतरिम प्रशासन का गठन किया गया था, जिसका मुख्य दायित्व निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराना है।
शेख हसीना के हटने के कुछ ही दिनों बाद बांग्लादेश में उनकी पार्टी आवामी लीग पर बैन लगा दिया गया था। इसका मतलब है कि आवामी लीग आगामी चुनाव में हिस्सा नहीं ले सकेगी।
अंतरिम सरकार, जिसे आमतौर पर यूनुस सरकार के नाम से जाना जाता है, का कहना है कि—
- आवामी लीग की असली कमान अब भी शेख हसीना के हाथ में है
- शेख हसीना पर नरसंहार जैसे गंभीर आरोप हैं
- ऐसी पार्टी को चुनाव लड़ने की इजाजत देना संभव नहीं
बैन के बाद पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने एक तीखा बयान जारी कर सरकार के निर्णय का विरोध किया। उन्होंने कहा:
- यदि आवामी लीग को चुनाव नहीं लड़ने दिया गया, तो पार्टी के कार्यकर्ता चुप नहीं बैठेंगे
- जनता में आज भी आवामी लीग का मजबूत जनाधार मौजूद है
- शेख हसीना का यह बयान आगामी चुनाव को और भी राजनीतिक रूप से संवेदनशील बना रहा है।
पहली बार अवामी लीग के बिना आम चुनाव
- छात्रों के जनआंदोलन के बाद नई राजनीतिक संरचना
- अंतरिम सरकार की साख और निष्पक्षता की परीक्षा
- बांग्लादेश के लोकतांत्रिक भविष्य की दिशा तय होगी















