नई दिल्ली | 11 नवंबर 2025
राजधानी दिल्ली की हवा फिर से ‘गंभीर’ स्तर पर पहुंच गई है। मंगलवार सुबह शहर का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 425 दर्ज किया गया, जो सोमवार के 362 से कहीं ज्यादा है। लगातार बढ़ते प्रदूषण स्तर को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने GRAP-3 (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान – चरण 3) लागू करने का आदेश दिया है।
इस फैसले के साथ अब दिल्ली और एनसीआर में गैर-जरूरी निर्माण कार्यों, कुछ श्रेणी के वाहनों, और स्कूलों पर कई सख्त पाबंदियां लागू होंगी।
मंगलवार को सुबह से ही राजधानी में धुंध और धुएं की मोटी परत छाई रही। हवा में नमी और तापमान में गिरावट के कारण प्रदूषक सतह के पास जम गए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, “हवा शांत है और वातावरण स्थिर होने के कारण प्रदूषक नीचे ही फंसे हुए हैं।”
दिल्ली के कई इलाकों — आनंद विहार, वज़ीरपुर, आईटीओ और आरके पुरम — में AQI 430 से ऊपर दर्ज किया गया।
GRAP यानी Graded Response Action Plan — एक ऐसा आपातकालीन उपाय है, जिसे तब लागू किया जाता है जब दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता ‘Severe’ (401–450) स्तर तक पहुंच जाती है।
GRAP-3 लागू होने पर प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कई सख्त कदम उठाए जाते हैं।
गैर-जरूरी निर्माण और तोड़फोड़ गतिविधियों पर तत्काल रोक।
केवल सार्वजनिक परियोजनाएं (जैसे मेट्रो, सड़क, रेलवे, अस्पताल) जारी रहेंगी।
स्टोन क्रशर और खनन कार्यों पर पूर्ण प्रतिबंध।
कक्षा 5 तक की स्कूली पढ़ाई हाइब्रिड मोड में।
अभिभावक चाहें तो बच्चों को ऑनलाइन क्लासेस में भेज सकते हैं।
वाहन संबंधी नियम:
- दिल्ली-एनसीआर में BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल चारपहिया वाहन चलाने पर प्रतिबंध।
- आवश्यक सेवाओं और दिव्यांग व्यक्तियों को छूट।
- दिल्ली से बाहर पंजीकृत BS-IV या उससे कम डीजल इंजन वाले वाहनों को प्रवेश नहीं मिलेगा।
- सरकारी और सिविक ऑफिसों के समय में फेरबदल करने का अधिकार संबंधित राज्य सरकारों को होगा ताकि ट्रैफिक लोड कम किया जा सके।
GRAP-3 के तहत स्थानीय निकायों को सड़कों की दैनिक सफाई, पानी का छिड़काव, और धूल नियंत्रण उपायों को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं।
CAQM ने कहा है कि सभी एजेंसियां यह सुनिश्चित करें कि निर्माण स्थलों से निकलने वाली धूल और मलबा पूरी तरह से नियंत्रित रहे।
📉 केंद्र सरकार की अपील
- केंद्र सरकार ने दिल्ली-एनसीआर के लोगों से अपील की है कि वे—
- निजी वाहनों के बजाय पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करें।
- कार पूलिंग और वर्क फ्रॉम होम को प्राथमिकता दें।
- कचरा या प्लास्टिक जलाने से बचें।









