इस्लामाबाद | 8 नवम्बर 2025
भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) मॉडल से प्रेरित होकर पाकिस्तान ने भी अब अपनी सैन्य संरचना में बड़ा बदलाव करने की तैयारी कर ली है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार ने संसद में एक संवैधानिक संशोधन विधेयक पेश किया है, जिसके तहत पाकिस्तान में ‘चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज’ (CDF) नामक नया सर्वोच्च सैन्य पद बनाया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार, इस प्रस्ताव के तहत वर्तमान पाक आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर को इस नए पद पर नियुक्त करने की योजना है।
पाकिस्तान सरकार ने यह प्रस्ताव संविधान के अनुच्छेद 243 में संशोधन के रूप में पेश किया है। इस संशोधन से मौजूदा आर्मी चीफ के अधिकारों को बढ़ाकर उन्हें “सर्वोच्च सैन्य कमांडर” का दर्जा देने का मार्ग खुल जाएगा।
प्रस्ताव के मुताबिक:
- चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (COAS) को अब एक अतिरिक्त उपाधि मिलेगी — “चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज (CDF)”।
- यह नया पद तीनों सेनाओं — थलसेना, वायुसेना और नौसेना — का सर्वोच्च संचालन केंद्र बनेगा।
- सरकार का दावा है कि यह बदलाव “देश की रक्षा आवश्यकताओं और सैन्य कमान-संरचना को आधुनिक बनाने” के लिए किया जा रहा है।
हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान का यह कदम भारत के CDS (Chief of Defence Staff) पद की सीधी नकल है, जिसे भारत ने 2019 में सर्जिकल स्ट्राइक और ऑपरेशन सिंधु वीर (Sindhu Sudarshan/Operation Sindoor) जैसी कार्रवाइयों के बाद लागू किया था ताकि तीनों सेनाओं में बेहतर तालमेल स्थापित हो सके।
संशोधन विधेयक के अन्य बिंदुओं में यह भी कहा गया है कि जनरल असीम मुनीर को आजीवन “फील्ड मार्शल” का दर्जा दिया जाएगा।
इस पद के तहत:
- वह जीवन भर वर्दी पहनने के अधिकारी होंगे।
- उन्हें केवल महाभियोग (Impeachment) के माध्यम से ही हटाया जा सकेगा।
- उन्हें कानूनी प्रतिरक्षा (Legal Immunity) प्राप्त होगी।
- उनके “कर्तव्यों और अधिकारों” को सरकार द्वारा परिभाषित किया जाएगा।
इससे यह स्पष्ट हो गया है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अपने आर्मी चीफ असीम मुनीर को न केवल अधिक शक्तिशाली बनाना चाहते हैं, बल्कि उन्हें आजीवन सुरक्षा और पद का दर्जा भी देना चाहते हैं।
पाकिस्तान में पहले से ही सेना का राजनीति और नीति-निर्माण में गहरा प्रभाव रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम सेना की शक्ति को संवैधानिक वैधता देने और नागरिक प्रशासन पर उसकी पकड़ और मजबूत करने की दिशा में उठाया गया कदम है।
पाकिस्तान में पहले भी जनरल अयूब खान और जनरल याहया खान जैसे सैन्य शासक सत्ता पर काबिज रहे हैं। अब यह नया “CDF” पद सेना को न केवल कमान में शीर्ष स्थान देगा, बल्कि उसे संविधानिक सुरक्षा भी प्रदान करेगा।
भारत में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) का पद 2019 में बनाया गया था। इसका उद्देश्य तीनों सेनाओं के बीच समन्वय, संसाधनों का बेहतर उपयोग और रक्षा नीतियों में एकरूपता लाना था।
भारत के CDS सीधे रक्षा मंत्री को रिपोर्ट करते हैं, जबकि पाकिस्तान में प्रस्तावित CDF पद प्रधानमंत्री के अधीन होगा — लेकिन शक्तियों का स्वरूप उसे लगभग अर्ध-संवैधानिक सर्वोच्चता देगा।














