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जनपद चमोली मिलेट्स मिशन योजना के अंतर्गत मंडुवा खरीद में प्रदेशभर में प्रथम स्थान पर है।

जनपद चमोली मिलेट्स मिशन योजना के अंतर्गत मंडुवा खरीद में प्रदेशभर में प्रथम स्थान पर है। अभी तक जिले में सहकारिता विभाग की समितियों की ओर से ग्रामीणों से 3700 क्विंटल मंडुवे की खरीद की जा चुकी है, जबकि अभी जनवरी तक मंडुवे की खरीद की जाएगी। अकेले गैरसैंण ब्लॉक से 1000 क्विंटल मंडुवे की खरीद हुई है, जबकि थराली में 500 और नारायणबगड़ से लगभग 600 क्विंटल मंडुवा खरीदा गया है। सहकारी समितियों की ओर से मंडुवे को यूसीएफ (उत्तराखंड को-ऑपरेटिव फेडरेशन) कोटद्वार भेज दिया गया है।

चमोली जिले में गैरसैंण, थराली व नारायणबगड़ ब्लॉक के अलावा दशोली, पोखरी और नंदानगर क्षेत्र में भी मंडुवे की अच्छी पैदावार होती है, जबकि जोशीमठ की उर्गम घाटी, पांडुकेश्वर व तपोवन वाले क्षेत्रों में चौलाई की खेती बेहतर होती है।

जिला सहायक निबंधक (सहकारी समिति) सुरेंद्र कुमार ने बताया कि चमोली जिला मंडुवा खरीद में अभी तक राज्य में सबसे आगे है, जबकि पौड़ी जिला दूसरे स्थान पर है। उन्होंने बताया कि जिले में आठ समितियां गांव-गांव में मोटा अनाज एकत्रित करने में जुटी हैं। गत वर्ष समिति ने 1810.23 क्विंटल मोटा अनाज एकत्रित किया था। इस वर्ष अभी तक 1000 क्विंटल मंडुवे की खरीद की है। मंडुवा 38 रुपये 46 पैसे प्रति किलो खरीदा जा रहा है। अभी तक 1 लाख 42 हजार का मंडुवा खरीदा गया है। यह खरीद जनवरी तक भी जारी रहेगी।