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युवा उत्तराखण्ड-उद्यमिता एवं स्वरोजगार की ओर” कार्यक्रम

युवा उत्तराखण्ड-उद्यमिता एवं स्वरोजगार की ओर” कार्यक्रम

उद्यमिता एवं रोजगार की ओर उत्तराखण्ड कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि उत्तराखण्ड डिजिटल प्रदेश बन रहा है। उन्होंने परेड ग्राउंड में आयोजित सूचना प्रौद्योगिकी सेक्टर की अध्यक्षता करते हुए कहा आगामी एक वर्ष मंे प्रत्येक ग्राम ब्राड बैण्ड सेवाओं से जुड़ जाएगा।
आज प्रदेश ई-क्रांति के दौर से गुजर रहा है। सूचना प्रौद्योगिकी क्रांति के बाद राज्य में नवीन तरिके के रोजगार एवं तकनीक का आगमन हुआ है। यह क्रान्ति युवाओं को परम्परा से हट कर रोजगार का अवसर प्रदान करेगी।
आज जीवन का कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है जिसमें सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग न हो रहा है। डिजिटल उत्तराखण्ड बनाने के लिए सरकार बड़ी अध संरचना तैयार कर रही है। यह ऐसी अध संरचना है जिसमें राज्य के प्रत्येक नागरिक को सूचना प्रौद्योगिकी के प्रयोग का समान अवसर प्राप्त होगा। आज प्रदेश ई-डिस्ट्रिक्ट परियोजना के चलते प्रदेश के दूर-दराज में बैठा व्यक्ति विभिन्न प्रमाण-पत्र बिना किसी झंझट के प्राप्त कर रहा है।
आज प्रदेश में सेवा श्रम सार्वजनिक योगदान दे रहा है। इसकी दर बहुत तेजी से बढ़ रही है। शिक्षा, चिकित्सा, कृषि ई-कामर्स एवं ई-मण्डी की अवधारणा का उपयोग हो रहा है। आने वाले दिनों में सभी ग्राम पंचायतों में हाई स्पीड इंटरनेट सुविधा दी जाएगी। आज प्रदेश में डिजिटल लाकर लोकप्रिय हो रहा है। इसमें हम अपने विभिन्न प्रमाण पत्र रख सकते हैं। इसे सूचना प्रौद्योगिकी एक्ट की मद्द से वैधानिक रूप दिया जा रहा है।
प्रदेश में गढ़वाली, कुमाऊनी भाषा  के विकास की अनेक सम्भावनाएं स्थानीय भाषा के विकास में सूचना प्रौद्योगिकी का प्रयोग किया जा सकता है। प्रदेश में आई.टी.पार्क की स्थापना देहरादून में किया गया है। 60 एकड़ में विकसित पार्क से रोजगार एवं सूचना प्रौद्योगिकी की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
इस कार्यक्रम में बताया गया कि डिजिटल उत्तराखण्ड की स्थापना, कनेक्टिविटी रहित गांव को डिजिटल बनाने की पहल, रेडियो फ्रीक्वेंसी से दूरस्थ गांव में इंटरनेट पहुचाना। घेस, हिमनी, पीपल कोटी जैसे सीमान्त गांव स्मार्ट विलेज बने। बैलून तकनीक से आपदा में संचार सेवा शुरू। इण्डिया ड्रोन फेस्टिबल-2019 का शुभारम्भ देहरादून में किया गया। इसमें 21 राज्यों के लोगों ने प्रतिभाग किया। देहरादून में देश के पहले ड्रोन एप्लीकेशन प्रशिक्षण एवं अनुसंधान प्रयोगशाला की स्थापना। ड्रोन का बहुआयामी उपयोग-सुरक्षा, सर्वे, आपदा के समय, स्वास्थ्य, क्राउड मैनेमेंट, रेलवे लाइन, नदियों की देख रेख में होगा। डिजिटल इण्डिया के अन्तर्गत केन्द्र सरकार के ई-गर्वमेंट तथा सूचना प्रौद्योगिकी नीतियों को राज्य में लागू किया जा रहा है। सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी के तहत हाईपर कन्वर्जन तकनीक युक्त डाटा सेन्टर, विडियो कान्फ्रेसिंग, ड्रोन तकनीकि पर शोध प्रशिक्षण, साइबर सिक्योरिटी पर प्रशिक्षण सेन्टर की स्थापना की गई है।
इस अवसर पर सचिव सूचना प्रौद्योगिकी आर.के.सुधांशु, निदेशक सूचना प्रौद्योगिकी अमित सिन्हा एवं क्षेत्र के विशेषज्ञ थे।
परेड ग्राउंड में आयोजित हो रहे में “युवा उत्तराखण्ड-उद्यमिता एवं स्वरोजगार की ओर” के सेक्टोरल सेशन 4 के अन्तर्गत पर्यटन और इससे संबंधित क्षेत्र पर भी चर्चा हुई।
सत्र के दौरान कैबिनेट मंत्री श्री मदन कौशिक ने कहा कि राज्य सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बहुत सी योजनाएं चला रही है। सरकार राज्य के युवाओं के साथ खड़ी है। सरकार की कोशिश है कि राज्य का युवा रोजगार देने वाला बने, इसके लिए पर्यटन एक बहुत बड़ी भूमिका निभा रहा है। पर्यटन में अपार संभावनाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने पर्यटन नीति बनाई है। इससे रोजगार तो प्राप्त होगा ही साथ ही पलायन को रोकने में भी मदद मिलेगी।
सचिव श्री अमित नेगी ने कहा कि उत्तराखंड में पर्यटन की दृष्टि से बहुत ही समृद्ध है। कुदरत ने हमें जहां प्राकृतिक सौन्दर्य दिया है वहीं हिमालय, गंगा, यमुना और चारधाम भी उत्तराखण्ड को दिए हैं। हम साहसिक पर्यटन, धार्मिक पर्यटन में अपनी संभावनाएं तलाश सकते हैं। टूरिज्म एक ऐसा क्षेत्र है जो जॉब क्रिएशन के साथ साथ हमारी प्रकृति और संस्कृति दोनों का संरक्षण करता है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य वक्ताओं के रूप में ईगल आई एडवेंचर भीमताल के को-फाउंडर श्री नितेंद्र राणा ने कहा कि एयरो स्पोर्ट्स के क्षेत्र में भीमताल में बड़ी सम्भावनायें हैं। अब पिथौरागढ़, चिन्यालीसौड़, कोटाबाग, मटूंगा और नरेंद्रनगर में भी इसके लिए स्थान चिन्हित कर लिए गए हैं। डिवाइन रिजॉर्ट एंड स्पा ऋषिकेश के प्रबन्ध निदेशक श्री विजय बिष्ट ने अपना व्यवसाय शुरू करने के अनुभव शेयर करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड का वातावरण शांतिप्रिय है। लोग ऐसी जगह आने के लिए आकर्षित होते हैं। बस हमें अगर राज्य से बाहर जाना भी हो तो कुछ सीखने के लिए जाएं और वापस आकर अपने राज्य में अपने नए ज्ञान का उपयोग कर राज्य के विकास में योगदान दें। एडवेंचर स्पोर्ट्स पौड़ी के कर्नल मनोज कुमार युवाओं को पर्यटन में नई सोच और नए आइडियास को शामिल करने की बात कही। काणा ताल लिटल जगुआर कैंप के मालिक श्री प्रतीक कालिया ने पर्यटन से जुड़े विभिन्न कार्य क्षेत्रों ट्रैवल एजेंसी, होम स्टे, रिजॉर्ट क्रिएशन, गाइड, क्लाइंबिंग और प्रिग्रिमेज टूरिज्म के क्षेत्र में असीम संभावनाओं पर विभिन्न विद्यालयों से आए छात्र छात्राओं को टूरिज्म से सम्बन्धित गतिविधियों और एक उद्यमी के रूप में स्थापित होने के अपने अनुभवों को साझा किया।
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