मिशन 2022 का रोडमैप तैयार करने के लिए उत्तराखंड भाजपा के दिग्गज ढिकुली में जुट गए हैं। मंगलवार तक बंद कमरे में चुनाव जीतने के फार्मूले को नफा-नुकसान की कसौटी पर कसते हुए आगामी चुनाव के लिए रूपरेखा अंतिम रूप लेगी।रविवार को ढिकुली स्थित कोसी व्यू रिवर में आयोजित चिंतन शिविर का शुभारंभ मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, सह प्रभारी रेखा वर्मा व संगठन महामंत्री अजेय ने किया। बैठक में शामिल होने आए दिग्गजों का स्वागत छोलिया नृत्य से किया गया। चिंतन बैठक में पहले दिन फोकस कोविड की दूसरी लहर में सरकार व संगठन के द्वारा लोगों को राहत देने के लिए किए गए कार्यों पर रहा। कोविड के दौरान किए गए कार्यों पर संतोष जताया गया। इसके अलावा कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए सरकार द्वारा की गई तैयारी को लेकर भी चर्चा हुई।
बैठक में अब तक किए गए विकास कार्य के तमाम बिंदुओं पर भी चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने सरकार द्वारा अब तक किए गए विकास कार्यों पर चर्चा की। उम्मीद जताई कि विकास कार्यों का फायदा लोगों को मिला है। इसके अलावा विपक्षी पार्टियों द्वारा फैलाए जा रहे भ्रामक प्रचार का जवाब देने को लेकर भी रणनीति बनाने पर चर्चा हुई।
प्रदेश महामंत्री राजेंद्र भंडारी व सुरेश भट्ट, कुलदीप कुमार, सांसद राज लक्ष्मी शाह, अजय टम्टा, अजय भट्ट, पूर्व सीएम विजय बहुगुणा, राज्य सभा सदस्य अनिल बलूनी, नरेश बंसल, पूर्व सांसद बलराज पासी, कैबिनेट मंत्री विशन सिंह चुफाल, अरविंद पांडेय, सतपाल महाराज, बंशीधर भगत, गणेश जोशी, सुबोध उनियाल, राज्य मंत्री यतिश्वरानंद, रेखा आर्य, धन सिंह रावत, सुरेश जोशी।चिंतन शिविर से पहले वरिष्ठ नेताओं ने शाम पांच बजे टोली बैठक की। करीब डेढ़ घंटे तक चली बैठक में प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, सह प्रभारी रेखा वर्मा, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक व प्रदेश महामंत्री सुरेश भट्ट इसमें शामिल हुए।चुनावी लिहाज से महत्वपूर्ण चिंतन बैठक को पूरी तरह गोपनीय रखा गया है। बंद कमरे की बात बाहर न पहुंच जाए, इसे लेकर आयोजक सतर्क दिखे। बैठक शुरू होते ही पार्टी कार्यकर्ता भी आसपास नजर नहीं आए। हालंकि कार्यकर्ताओं के नेताओं से मिलने व स्वागत के लिए स्थान आयोजन स्थल से चार किलोमीटर दूर रखा गया था। वरिष्ठ नेताओं व मंत्रियों के साथ आए गनर, चालक व स्टाफ तक को आयोजन स्थल से दूर रखा गया है।