भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार शरणार्थियों के नाम पर नेपाल से लगते बिहार, उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड तक समुदाय विशेष के लिए गलियारा तैयार कर लिया गया है। दूसरा चरण हरियाणा व पंजाब होते हुए इसे पाकिस्तान से जोडऩे की है। हाल ही में पंजाब के फरीदकोट जिले में तीन मस्जिदों का निर्माण भी इसी कड़ी का हिस्सा बताया जा रहा है।
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार आइएसएन, एमडब्ल्यूएल व डब्ल्यूएसएएमवाइ भारत-नेपाल सीमा पर समुदाय विशेष को सुनियोजित तरीके से बसा रही हैं। इस अभियान को इन्होंने मिशन आबाद नाम दिया है। इसके लिए बकायदा फंडिंग की जा रही है। नेपाल में ही स्थाई निवास प्रमाण पत्र के साथ भवन का भी निर्माण कराया जा रहा है। नौकरी के साथ ही रोजगार के अवसर भी दिए जा रहे हैं। धर्म विशेष से जुड़ी प्रचार सामग्री भी मुहैया कराई जा रही है। हाल के दिनों में भारतीय सीमा से सटे नेपाली क्षेत्रों में ऐसे लोगों ने अकूत संपत्ति अर्जित की है जिनके आय का ठोस माध्यम ही नहीं है।