उत्तरांचल प्रधानाचार्य परिषद ने शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय और निदेशक को ज्ञापन सौंपा। परिषद के प्रदेश महामंत्री अवधेश कुमार ने कहा कि अशासकीय स्कूलों में कई शिक्षक अर्हता पूरी कर रहे हैं, लेकिन उन्हें डाउनग्रेड के तहत प्रधानाचार्य के रूप में नियुक्ति से वंचित रखा जा रहा है। इससे शिक्षक उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। शासन ने इन पदों पर नए सिरे से नियुक्ति प्रक्रिया को अपनाने का फैसला लिया है, जिससे शिक्षकों में खासी नाराजगी है। प्रदेश अध्यक्ष बीपी सुयाल ने कहा कि वर्षो से रिक्त पदों पर वरिष्ठ शिक्षकों को प्रधानाचार्य की जिम्मेदारी मिलती रही है। शिक्षकों ने जिम्मेदारी को बखूबी निभाया भी है। लेकिन, अब शासन के इस रवैये से शिक्षक हतोत्साहित हो रहे हैं। उन्होंने चयन वेतनमान व सेवानिवृत्ति लाभ के साथ प्रदत्त सेवाओं से जोड़ने, 5400 ग्रेड-पे वाले शिक्षकों को बोनस देने, सोसायटी पंजीकरण की वजह से शिक्षकों के लंबित वेतन का जल्द भुगतान, कोविड काल में शिक्षकों को अतिरिक्त सेवा के बदले उपार्जति अवकाश देने की मांग भी की।