ताजा खबरें >- :
नंदप्रयाग घाट मार्ग के चौड़ीकरण की मांग को लेकर एक घंटे के उपवास पर बैठे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत

नंदप्रयाग घाट मार्ग के चौड़ीकरण की मांग को लेकर एक घंटे के उपवास पर बैठे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत

सोशल मीडिया में अपने बयानों को लेकर छाये हुए हरदा इन दिनों गढ़वाल में कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे हुए हैं। वे जहां पार्टी कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं वहीं विभिन्न कार्यक्रमों में भी शिरकत कर रहे हैं।

गढ़वाल भ्रमण के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत आज नंदप्रयाग घाट मार्ग के चौड़ीकरण की मांग को लेकर क्षेत्रीय निवासियों के साथ एक घंटे के उपवास व धरने में शामिल हुए। उनके साथ इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, विधायक मनोज रावत तथा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता भी शामिल रहे।

विदित हो कि यहां के लोग काफी समय से सड़क चौड़ीकरण की मांग कर रहे हैं और मुख्यमंत्री द्वारा भी इस सड़क को लेकर घोषणा की जा चुकी है। घोषणा के बावजूद कोई कार्य शुरू नहीं होने पर ग्रामीणों ने आंदोलन शुरू कर दिया था। आज उनके इस आंदोलन में पूर्व सीएम हरीश रावत भी शामिल हुए।

वहीं इस आंदोलन के तहत रविवार को ग्रामीणों द्वारा मानव श्रृंखला बनाये जाने पर सोमवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिव लोक निर्माण विभाग को नन्दप्रयाग—घाट मोटर मार्ग के चौड़ीकरण के लिए आवश्यक परीक्षण करते हुए शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे।
उधर पूर्व सीएम हरीश रावत ने सोशल मीडिया में पोस्ट के जरिये कहा कि ट्टनंदप्रयाग घाट, घाट जो एक सीमांचल है। घाट जहां से हमारी अधिष्ठात्री देवी नंदा का ससुराल का क्षेत्र प्रारंभ होता है। आदि की तरफ हिमालय का, नंदप्रयाग जो स्वतंत्रता संग्राम की केंद्र स्थली रही है। वहां से घाट तक सड़क के चौड़ीकरण डामरीकरण की मैंने घोषणा की थी। मुझे गहरा दुख है कि सरकार ने उस पैसे को अन्यत्र खर्च कर दिया और अब उस सड़क को खटराक में डाल दिया है। मैं, वहां के आंदोलनकारी भाई—बहनों के साथ हूँ।’ उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए ग्रामीणों के आंदोलन में उपवास पर बैठने की बात कही थी जिसके तहत आज वे ग्रामीणों के बीच पहुंचे और एक घंटे के उपवास पर बैठे।

Related Posts