मायाकुंड क्षेत्र में नमामि गंगे की ओर से लगाए जा रहे सीवरेज स्टेशन प्लांट प्रोजेक्ट में लापरवाही का मामला सामने आया है। प्रोजेक्ट के अंतर्गत पिछले दो वर्ष से बीस फुट गहरा गड्ढा कर छोड़ दिया गया। नतीजतन समीपस्थ क्षेत्रों के मकानों में दरारें आनी शुरू हो गई। मामले की सूचना पर मौके पर पहुंची नगर निगम महापौर ने नमामि गंगे परियोजना के प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया। इस दौरान लापरवाही पर महापौर ने अधिकारियों को फटकार लगाई।बुधवार की सुबह क्षेत्रवासियों की शिकायत पर मौके पर पहुंची नगर निगम महापौर अनीता ममगाईं ने जब मौका मुआयना किया तो मौके पर घौर लापरवाही दिखने पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को फटकार लगाई। महापौर ने बताया कि प्रोजेक्ट के लिए 20 फुट गहरा गड्ढा किए जाने के बाद अधिकारी कुम्भकर्णी नींद में हैं।
दो वर्ष पूर्व खोदा गया गड्डा भी अधिकारी अब तक नहीं भरवा पाए हैं।जिसकी वजह से प्रोजेक्ट के समीपस्थ क्षेत्रों के घरों में दरारें आनी शुरू हो गई है, जो कि कभी भी एक बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। महापौर ने इस संदर्भ में अधिकारियों को स्पष्ट चेतावनी दी कि अपनी कार्यशैली में सुधार कर तुरंत इस गड्डे को भरवाएं। इस दौरान नमामि गंगे प्रोजेक्ट के अधिशासी अभियंता एके चतुर्वेदी, पार्षद विजयलक्ष्मी, विजय बडोनी, विजेंद्र मोगा, राजपाल ठाकुर, रूपेश गुप्ता, संजय कुमार, पवन गोयल, सुनील कुमार, वीरेंद्र बहुगुणा मोजूद रहे।