कार्यक्रम के दौरान पीठासीन अधिकारी उत्तराखंड की संस्कृति, आंचलिक वाद्य यंत्र, पहाड़ी भोज भी स्वाद चखेंगे। विधानसभा अध्यक्ष के ओएसडी ताजेंद्र सिंह नेगीे ने बताया कि पीठासीन अधिकारियों के स्वागत के लिए पार्किंग पर गढ़वाली, कुमांऊनी और जौनसारी वेशभूषा पहिने महिलाएं और आंचलिक वाद्य यंत्र ढोल, दमाऊ, मसकबीन, रणसिंघा बजाकर उनका स्वागत किया जाएगा।
इसके अलावा उत्तराखंड संस्कृति विभाग की टीम नंदा देवी राजजात यात्रा की प्रस्तुति देंगी। वहीं, अतिथियों के लिए गढ़वाली भोज मंडुुवे की रोटी, तिल की चटनी, गाहत का फाणु, चौसा, मीठे में झंगौरे की खीर, अर्से की व्यवस्था की गई है।
रंग बिरंगी लाइटों की रोशनी में नहाएगा त्रिवेणी घाट
पीठासीन अधिकारियों के स्वागत के लिए श्री गंगा सभा की ओर से पूरा घाट विभिन्न प्रकार की लाइटों से सजाया जाएगा। महामंत्री राहुल शर्मा ने बताया कि मां गंगा की मूर्ति, शिव पार्वती मूर्ति, श्रीकृष्ण- अर्जुन रथ आदि पर रंग-बिरंगी फूल तथा लाइटें लगाई जाएंगी। इसके अलावा गंगा नदी के पार टापू पर भी मनमोहक लाइटें लगाई जाएंगी।स्वागत द्वार पर लगेगी सभी अधिकारियों की फोटो
श्री गंगासभा के महामंत्री राहुल शर्मा ने बताया कि स्वागत द्वार पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की बड़ी फोटो तथा सभी पीठासीन अधिकारियों की फोटो वाला स्वागत द्वार बनाया जाएगा। पर्यटक पिलर को भी गंगा आरती के चित्रों से सजाया जाएगा। आरती स्थल की सीढ़ियों पर गद्दी लगाकर कालीन लगाई जाएंगी।