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मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल पहाड़ों में हल्की-फुल्की बारिश होने का दौर जारी रहेगाए जबकि मैदानों में पारा अधिक होगा और गर्मी अधिक बढ़गी। मसूरी में मंगलवार को सात साल बाद पारा 27 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंचा। इससे पहले 27 मई 2012 को मूसरी में अधिकतम तापमान 27.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया था। केदारनाथ में जोरदार बारिश के साथ ओले पड़े। बारिश होने से बदरीनाथ,गंगोत्री और यमुनोत्री मे फिर से सर्दी का एहसास हुआहै। बारिश के बाद पहाड़ों में मौसम अच्छा हो गया है।
सुबह से पर्वतीय इलाकों में साफ मौसम दोपहर के बाद बदल गया। केदारनाथ में बारिश शुरू हुई और कुछ ही देर में जोर से ओले पड़ने लगे। करीब दो घंटे बाद मौसम सही हो गया। इस बीच मैदानी इलाकों में दिन भर चटख धूप से पारे में उछाल आया। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में इजाफा होने लगा है। बीच-बीच में बादल भी छाए, लेकिन गर्मी कम नही ।राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि बुधवार को चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ के ऊंचाई वाले स्थानों में हल्की बारिश के आसार हैं। शेष स्थानों पर मौसम शुष्क रहेगा।
राज्य में मौसम का मिजाज बदल-बदला है। पहाड़ों में जहां बारिश एवं ओलावृष्टि से मौसम सुहावना बना हुआ है, वहीं मैदानी इलाकों में सूर्य देव के तेवर तल्ख हैं। दून में पारा मई में पहली बार 38 डिग्री पार होने से भीषण गर्मी का एहसास हुआ। मसूरी में तापमान 2012 के बाद पहली बार 27 डिग्री से ऊपर रिकॉर्ड किया गया। पहाड़ों की रानी मसूरी की रमणीय वादियों का लुत्फ उठाने आए सैलानियों को दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक का समय होटल के कमरों में गुजारना पड़ा। दून में इससे पहले आठ मई को सबसे अधिक तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। जबकि मंगलवार को अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 38.6 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 21.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
मसूरी में इससे पहले 27 मई 2012 को सर्वाधिक तापमान 27.1 डिग्री सेल्सियस रहा था। जबकि मगलवार को पारा 27.2 डिग्री सेल्सियस रहा। पहली बार प्रदेश के तीन शहर रुड़की, हरिद्वार व ऊधमसिंह नगर में तापमान 40 डिग्री पार पहुंचा।