बेसिक स्कूलों में चल रही भर्ती प्रक्रिया के बार-बार लटकने से डीएलएड प्रशिक्षितों में रोष है। प्रशिक्षितों ने सोमवार को राजीव गांधी नवोदय विद्यायल से शिक्षा निदेशालय तक रैली निकाली। यहां प्रशिक्षितों ने दोपहर बाद धरना भी दिया, जिसे उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) ने भी समर्थन दिया।विरोध प्रदर्शन की अगुआई कर रहे डीएलएड प्रशिक्षित मुकेश चौहान ने कहा कि दो बार शिक्षा निदेशालय में लंबा आंदोलन करने के बाद किसी तरह से भर्ती की विज्ञप्ति निकाली गई, लेकिन वह भी कोर्ट में लंबित है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा नियुक्त वकील के मजबूती से पैरवी न किए जाने के कारण डायट डीएलएड प्रशिक्षितों का भविष्य अंधकार में है। उधर, उक्रांद नेता शिव प्रसाद सेमवाल की अगुआई में प्रशिक्षितों ने शिक्षा निदेशक आरके कुंवर को ज्ञापन सौंपा। शिक्षा निदेशक ने कोर्ट का फैसला आने के बाद भर्ती जल्द से जल्द पूरी करने का आश्वासन दिया। विरोध जताने वालों में दीक्षा राणा, प्रकाश दानू, दीपक बिष्ट, नवीन, रंजीत, मनु सरोज, अमित, नितिन, मानवेंद्र, अजय, अनूप मौजूद रहे।
प्रदेश के डायट में दाखिलों के लिए काउंसिलिंग प्रक्रिया सोमवार को शुरू हो गई। बैच 2021-2023 के लिए दो महीने पहले ही लिखित परीक्षा आयोजित हुई थी। हालांकि, वर्तमान में बेरोजगार घूम रहे प्रशिक्षितों में नए बैच के लिए काउंसिलिंग होने से असंतोष है। प्रशिक्षितों का कहना है कि पहले पुराने छात्रों को रोजगार दिया जाना चाहिए।समान कार्य-समान वेतन व नियमितिकरण की मांग को लेकर उपनल कर्मियों का आंदोलन सोमवार को 43वें दिन भी जारी रहा। उपनल कर्मचारी महासंघ के बैनर तले एकता विहार स्थित धरना स्थल पर आंदोलित उपनल कर्मियों के आंदोलन का समर्थन करने के लिए भूतपूर्व सैनिक संगठनों से जुड़े पूर्व सैनिक भी पहुंचे। उन्होंने आंदोलन को अपना नैतिक समर्थन देते हुए कहा कि उपनल कर्मियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। साथ ही राज्य कर विभाग द्वारा नौकरी से हटाए गए 59 उपनल कर्मियों की जल्द बहाली की मांग भी की।