ताजा खबरें >- :
उत्तराखंड के हिस्से एक और बड़ी उपलब्धि दर्ज, महाराष्ट्र से उत्तराखंड के संबंध मजबूत करेंगे : भगत सिंह कोश्यारी

उत्तराखंड के हिस्से एक और बड़ी उपलब्धि दर्ज, महाराष्ट्र से उत्तराखंड के संबंध मजबूत करेंगे : भगत सिंह कोश्यारी

उत्तराखंड के दूसरे मुख्यमंत्री रहे भगत सिंह कोश्यारी को महाराष्ट्र जैसे महत्वपूर्ण प्रदेश का राज्यपाल बनाए जाने से उत्तराखंड के हिस्से को एक और बड़ी उपलब्धि दर्ज हो गई। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. नारायण दत्त तिवारी के बाद कोश्यारी उत्तराखंड के दूसरे पूर्व मुख्यमंत्री हैं, जिन्हें राज्यपाल बनाया गया है। 

नवगठित उत्तराखंड की पहली अंतरिम सरकार की कमान नित्यानंद स्वामी को सौंपी गई थी और कोश्यारी ने उनकी कैबिनेट में वरिष्ठतम सदस्य के रूप में ऊर्जा एवं सिंचाई जैसे अहम महकमे संभाले। चार महीने एक दिन का कार्यकाल स्वामी सरकार शुरुआत से ही पार्टी में अंतर्विरोध का शिकार रही। नतीजतन एक साल का कार्यकाल पूरा होने से पहले ही भाजपा आलाकमान ने नित्यानंद स्वामी को मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाकर भगत सिंह कोश्यारी को मुख्यमंत्री बना दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस लोकसभा चुनाव में भी भाजपा की जोरदार जीत के बाद यह तय माना जा रहा था भाजपा राज्यपाल पद जैसी अहम जिम्मेदारी भगत सिंह कोश्यारी को सौंप सकती है। 

 महाराष्ट्र के नव नियुक्त राज्यपाल और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी का कहना है कि उनके जैसे छोटे कार्यकर्ता को महाराष्ट्र जैसे बड़े प्रदेश का राज्यपाल बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पार्टी ने उनका ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तराखंड का सम्मान किया है। उन्होंने कहा कि वह महाराष्ट्र और उत्तराखंड के संबंधों को मजबूत करने का काम करेंगे। रविवार देर शाम देहरादून में डिफेंस कॉलोनी स्थित आवास पर पहुंचने पर महाराष्ट्र के नव नियुक्त राज्यपाल कोश्यारी का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस अवसर पर कोश्यारी ने कहा उन्होंने हमेशा संवैधानिक मूल्यों की राजनीति की है। अब राजभवन में रहकर देश के विकास और उसकी एकता, अखंडता की रक्षा करने के लिए संविधान के दायरे में रहकर काम करेंगे। महाराष्ट्र की सरकार अच्छा काम कर रही है। उनकी जहां जरूरत पड़ेगी, नहीं वहां अपना योगदान देंगे। 

 

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में फिल्मसिटी के लिए प्रदेश सरकार प्रयासरत हैं। इसमें हर संभव मदद करेंगे। महाराष्ट्र में राज्यपाल पद की शपथ लिए जाने के लिए दिन निश्चित करने के संबंध में उन्होंने कहा कि हर दिन शुभ होता है। महाराष्ट्र के मुख्य न्यायाधीश और वहां के मुख्यमंत्री मिलकर जो भी दिन तय करेंगे, वह उसके अनुसार शपथ ले लेंगे। 

इस दौरान सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, विधायक मुन्ना सिंह चौहान, केदार सिंह रावत समेत तमाम भाजपा नेताओं ने उनका फूल मालाओं गुलदस्ता देकर स्वागत किया। इस दौरान उनके आवास के बाहर आतिशबाजी भी की गई।

Related Posts