रखवाल गांव के निवासी सुजीत सिंह ने बताया कि वह अपने खेतों में काम कर रहे थे, तभी उन्हें पटाखे जैसी आवाज सुनाई दी। जिस पर उन्होंने समझा कि बंदरों को भगाने के लिए किसी ने पटाखे जलाए हैं, लेकिन कुछ देर बाद रोने चिल्लाने की आवाज सुनकर वह घटनास्थल की ओर भागे जहां का मंजर देखने के बाद उन्होंने तत्काल 108 आपातकालीन सेवा में फोन करा, जिसके बाद उन्होंने थाना रानीपोखरी पुलिस को मामले की सूचना दी। जिसके बाद पुलिस और 108 सेवा मौके पर पहुंची। पूर्व फौजी का शव घर की क्यारी में व पत्नी कुसुम कृषाली का शव आंगन में पड़ा थी। कुसुम कृषाली के एक गोली गले में व पेट में एक गोली मारी गई थी। जबकि बृजेश के गले में एक गोली लगने से मौत हुई है।
ब्रिजेश कृषाली बुधवार की रात भोगपुर स्थित अपने परिचित के घर में ही रुके थे और गुरुवार सुबह 7:30 बजे अपने घर आए थे, जिसके बाद प्रातः नौ बजे उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया।सेवानिवृत्त फौजी बृजेश कृषाली भोगपुर में सरस्वती स्टेशनरी शाप के नाम से स्टेशनरी की दुकान चलाते थे। ग्रामीणों के अनुसार काफी शांत स्वभाव के व्यक्ति होने के साथ ही काफी खुशहाल परिवार था। ऐसी घटना से सभी ग्रामीण स्तब्ध है। मृतक के दो बेटे हैं, जहां बड़ा बेटा नेवी में है तो दूसरा बेटा मुंबई की प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है। रखवाल गांव में मृतक उनकी पत्नी और छोटे बेटे की बहू रहते थे।