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भारत के चंद्रयान-2 मिशन को शनिवार तड़के उस समय झटका लगा, जब लैंडर विक्रम से चंद्रमा के सतह से महज दो किलोमीटर पहले इसरो का संपर्क टूट गया. चंद्रयान-2 के बारे में अभी जानकारी का इंतजार है. इसरो के कंट्रोल रूम में वैज्ञानिक आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं. डाटा का अध्ययन अभी जारी है. मेहनत का परिणाम जब मन मुताबिक होते न दिखे तो मन उदास जरूर होता है. चांद से ठीक पहले चंद्रयान का संपर्क टूटने से वैज्ञानिकों के चेरहों पर चिंता की लकीरें उभर आई हैं.
इसी बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई बड़े राजनेताओं ने वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाया है और कहा है कि देश को उनपर गर्व है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
‘चंद्रयान-2’ के लैंडर ‘विक्रम’ का चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट जाने के बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने कहा कि देश को इसरो के वैज्ञानिकों पर गर्व है. कोविंद ने ट्वीट किया, ‘‘चंद्रयान-2 मिशन के साथ इसरो की समूची टीम ने असाधारण प्रतिबद्धता और साहस का प्रदर्शन किया है. देश को इसरो पर गर्व है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद करते हैं.’’
अमित शाह
केन्द्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को चंद्रमा की सतह पर उतरने से पहले विक्रम लैंडर से संपर्क टूटने के बाद कहा कि चंद्रयान-2 को लेकर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की अब तक की उपलब्धि पर प्रत्येक भारतीय को गर्व है. शाह ने ट्वीट किया, “ चंद्रयान-2 को लेकर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की अब तक की उपलब्धि पर प्रत्येक भारतीय को गर्व है. भारत इसरो के अपने प्रतिबद्ध एवं अथक परीश्रम करने वाले वैज्ञानिकों के साथ खड़ा है. इसरो की भविष्य की योजनाओं के लिए मेरी शुभकामनाएं.”