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प्रख्यात साहित्यकार लीलाधर जगूड़ी को इस वर्ष प्रतिष्ठित व्यास सम्मान मिला है। यह सम्मान बिरला फाउंडेशन द्वारा दिया जाता है। सभी भारतीय भाषाओं में से किसी एक में लिखी गयी सर्वश्रेष्ठ कृति के लिए एक साहित्यकार को यह सम्मान दिया जाता है।जगूड़ी को यह सम्मान उनके कविता संग्रह ‘‘जितने लोग उतने प्रेम’ के लिए दिया गया है। राजकमल प्रकाशन ने उनका यह कविता संग्रह प्रकाशित किया है। जगूड़ी को हिंदी भाषा के कवि के रूप में यह पुरस्कार मिला है। उन्होंने इस सम्मान के लिए चयनकर्ताओं का आभार जताया है।
उत्तर प्रदेश सूचना विभाग से बतौर उप निदेशक सेवानिवृत्त जगूड़ी हिंदी साहित्य का एक जाना पहचाना नाम है। उन्हें हिंदी साहित्य का सर्वोच्च सम्मान ‘‘साहित्य अकादमी-1997’ मिल चुका है। अनुभव के आकाश में चांद नामक कृति पर उन्हें यह पुरस्कार मिला। इसके अलावा उन्हें वर्ष 2004 में देश के प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान पद्मश्री से (शेष पेज 15)भी नवाजा जा चुका है। जगूड़ी को उड़ीसा सरकार द्वारा अपने सर्वोच्च साहित्यिक पुरस्कार गंगाधर नेशनल अवार्ड व पश्चिम बंगाल के भारतीय भाषाविद पुरस्कार सददल से भी नवाजा जा चुका है। बिरला फाउंडेशन साहित्य के क्षेत्र में दो प्रतिष्ठित पुरस्कार देता है, जिसमें एक सरस्वती सम्मान व दूसरा व्यास पुरस्कार है। व्यास पुरस्कार में पांच लाख रुपये की नकद राशि भी दी जाती है।
हिंदी के लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकारों कुंवर नारायण, केदारनाथ सिंह, निर्मल वर्मा व अशोक वाजपेयी को भी यह सम्मान मिल चुका है। साहित्यिक व पत्रकारिता क्षेत्र के लोगों ने जगूड़ी को इस सम्मान से बधाई दी है।