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हरिद्वार महाकुंभ में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस सीमावर्ती राज्यों के बदमाशों की सूची का भी आदान-प्रदान करेगी। इनमें इनामी बदमाशों से लेकर चोर और जेबकतरों के डोजियर (फाइल) भी शामिल होगी। इसके लिए आठ राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ उत्तराखंड पुलिस की सहमति बनी है। दरअसल, आतंकी घटनाओं को रोकने और इनके बारे में सूचनाएं एकत्र करने के लिए राज्य से लेकर केंद्रीय खुुफिया एजेंसी अलर्ट पर हैं। इसके अलावा सुरक्षा व्यवस्था के लिए महाकुंभ में स्थानीय एटीएस, कमांडो और पैरामिलिट्री कमांडो व एनएसजी भी तैनात रहेगी।
इसके अलावा महाकुंभ के दौरान आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए राज्य पुलिस अपने यहां सक्रिय चोरों और जेबकतरों के साथ ही अन्य राज्यों के चोरों और जेबकतरों की सूची उपलब्ध कराने की खास रणनीति भी बनाई है।इस बाबत पिछले दिनों जम्मू कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश समेत आठ राज्यों की पुलिस के साथ चर्चा हुई थी। इसके तहत हर अपराधी और सक्रिय व जेलों से छूटे आरोपियों के डोजियर आदान-प्रदान किए जाएंगे। इसके लिए सभी राज्यों से पत्राचार किया गया है।
अधिकारिक सूत्रों अनुसार इन छोटे-मोटे चोरों और जेबकतरों की संख्या 1500 से अधिक हो सकती है। ऐसे अपराधियों के हर राज्यों में डोजियर बने होते हैं। इनमें उनका हर प्रकार का विवरण होता है। ऐसे में यदि एक बार इनका डाटा तैयार कर लिया गया तो इंटेलीजेंस और स्थानीय पुलिस इन पर आसानी से नजर रखी जा सकती है। पड़ोसी राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ वार्ता में छोटे-बड़े अपराधियों के डोजियर आदान प्रदान करने पर सहमति बनी है। इससे एक बड़ा डाटा बैंक तैयार होगा। जिससे आसानी से इनकी निगरानी की जा सकती है। साथ ही कुंभ जैसे आयोजन में किसी भी प्रकार की छोटी से छोटी घटना को भी रोका जा सकता है।